जयपुर/ आजकल सिर पर गंजापन दूर करने के लिए गंजे लोग हेयर ट्रांसप्लांट अर्थात नए बाल लगाने का प्रचलन बरसा गया है लेकिन यह है ट्रांसप्लांट जानलेवा भी साबित हो रहा है शादी से पहले गंजापन दूर करने के लिए एक युवक ने हेयर ट्रांसप्लांट कराया और उसकी दूसरे ही दिन मौत हो गई।
इसी तरह भीलवाड़ा के एक युवक ने भी हेयर ट्रांसप्लांट कराया और उसकी सिर की चमड़ी पूरी तरह से खत्म हो गई ऐसे और भी कहीं उदाहरण है। गंजेपन को दूर करने के लिए हेयर ट्रांसप्लांट करने की आजकल होड़ मची है और इस फोड़ा होड़ के बीच प्रदेशभर में कुकुरमुत्ता की तरह है हेयर ट्रांसप्लांट करने वाले भी गली-गली में अस्पताल खोलकर चार कर रहे हैं ।
हेयर ट्रांसप्लांट क्लीनिक ऊपर प्लास्टिक सर्जन और डेमो लॉजिस्टिक विशेषज्ञों की बजाय बीडीएस एमडीएस डेंटिस्ट कॉस्मेटोलाॅजिस्ट टेक्नीशियन हेयर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं जो कि नेशनल मेडिकल काउंसिल की गाइडलाइन के खिलाफ है ।
विशेषज्ञों को छोड़कर ऐसे क्लिनिको पर ट्रांसप्लांट कराने के कुछ उदाहरण सामने आए हैं उन्हें में दोसा के 26 साल का युवक जो गंजेपन का शिकार था और गंजेपन के कारण शादी नहीं हो पा रही थी इससे उसने 2020 में एक क्लीनिक पर ट्रांसप्लांट करवाया ।
दूसरे ही दिन उसके चेहरे पर सूजन आ गई सूजन गले के बाद सीने तक पहुंच गई और सांस लेने में दिक्कत हुई तो उसे परिजन हॉस्पिटल ले गए हालत गंभीर होने पर उसे वेंटिलेटर पर रखा आखिर खून का रिसाव बंद नहीं हुआ और उसकी मौत हो गई।
इसी तरह भीलवाड़ा के ही अजय अग्रवाल 35 साल नामक युवक ने जयपुर में हेयर ट्रांसप्लांट करवाया जहां बाल लगाए हुए हिस्सा हेयर ट्रांसप्लांट के आठवें दिन ही काला पड़ने लगा और 2 दिन बाद ही अर्थात दसवें दिन उसके उस स्थान पर फफोले हो गए और इस चमड़ी गल गई और हड्डी तक नजर आने लगी।
इस पर उसकी फिर सर्जरी की गई और उस गली वही जगह पर दूसरी स्क्रीन अर्थात चमड़ी लगाई गई उसके 2 साल बाद उसके एक बार फिर हेयर ट्रांसप्लांट करवाया गया इस तरह के कई उदाहरण सामने है इसलिए सावधानी रखें और कॉस्मेटोलॉजिस्ट मेडिकल काउंसलिंग से रजिस्टर्ड तथा विशेषज्ञ प्लास्टिक सर्जन से ही ऐसे हेयर ट्रांसप्लांट कराएं।