टोंक। बीसलपुर बांध ( Bisalpur dam ) की नहरों में सिंचाई के लिए पानी छोड़ने को लेकर सोमवार को जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जिला प्रमुख सरोज बंसल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी देशलदान, जनप्रतिनिधि सहित प्रशासनिक एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक मंे जिला कलेक्टर ने किसानों की मांग पर बायीं मुख्य नहर से 22 नवम्बर को तथा दांयी मुख्य नहर से 24 नवम्बर को सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ने के लिए बीसलपुर परियोजना बांध वृत्त, देवली के अधीक्षण अभियंता वीएस सागर को निर्देश दिए। इसके साथ ही बीसलपुर बांध के अतिरिक्त कमांड क्षेत्र में स्थित मोतीसागर, दाखिया एवं चंदलाई बांधों से भी सिंचाई के लिए पानी मंगलवार को छोड़ा जाएगा।
जिला कलेक्टर ने बीसलपुर बांध के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि मुख्य नहरों एवं वितरिका तंत्र के माध्यम से पानी टेल तक नियत समय पर पहुंचने की सुनिश्चिता की जाएं। जिला कलेक्टर ने कहा कि नहरों के संचालन के दौरान अवैध रूप से नहरांे में इंजन लगाकर पानी चोरी करने वाले काश्तकारों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बीसलपुर बांध के अधीक्षण अभियंता वीएस सागर ने बताया कि वर्तमान में बीसलपुर बांध में 37.649 टीएमसी पानी उपलब्ध हैं। सिंचाई के लिए 8 टीएमसी पानी आरक्षित एवं कमांड क्षेत्र में स्थित अन्य बांधों के 1 टीएमसी पानी को सम्मिलित करते हुए कुल 9 टीएमसी पानी से टोंक जिले के टोडारायसिंह, उनियारा, देवली तथा टोंक तहसीलों के 256 ग्रामों की 81 हजार 800 हैक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा दी जानी हैं। सोमवार तक मोतीसागर बांध का गेज 17 फिट, दाखिया बांध का गेज 12 फीट 9 इंच एवं चंदलाई बांध का गेज 8 फीट 3 इंच हैं।