जयपुर
नगर निगम जयपुर के महापौर चुनावों में क्रास वोटिंग करने पर नोटिस जारी करने के बाद भाजपा ने गुरूवार को कार्रवाई करते हुए तीन पार्षदों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। भाजपा के शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता की अनुशंषा पर प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी ने आदेश जारी कर पार्षद प्रकाश गुप्ता, भगवत सिंह देवल और गोपाल कृष्ण शर्मा को पार्टी से निकाल दिया है।
पार्टी से निकाले गए तीन में से दो पार्षदो को तो क्रास वोटिंग का जिम्मेदार बताकर पहले ही कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था लेकिन बुधवार को बनाई गई निगम की समितियों में अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने पर यह कार्रवाई की गई है। पार्टी ने निगम की समितियों के अध्यक्ष बनाए गए पार्षदो को पद संभालने से मना कर दिया था, इसके बावजूद इन तीनों ने लाटा के पक्ष में जाकर कार्यभार ग्रहण कर लिया।
बुधवार शाम को कमेटियों का चैयरमेन बनाए जाने के बाद भाजपा के करीब 8 पार्षदों की देर रात शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता के निवास पर बैठक हुई। इसमें ये तीनो पार्षद, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी और सांसद रामचरण बोहरा भी शामिल हुए।
बैठक में सभी पार्षदों ने एक मत होकर पूर्व महापौर अशोक लाहोटी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पार्षदों का कहना था कि लाहोटी के कारण सभी पार्षदो की छवि पर विपरीत प्रभाव पडा है और अपने कार्यकाल में लाहोटी ने किसी भी पार्षद को खुलकर काम नहीं करने दिया। इसके साथ ही क्रास वोटिंग के लिए भी लाहोटी को ही जिम्मेदार ठहराया गया। हालांकि शहर अध्यक्ष ने सभी को समझाकर कमेटी चैयरमेन का पद नहीं संभालने के लिए समझाइश की किन्तु ये नहीं माने। देर रात करीब दो बजे बैठक यह कहकर समाप्त की गई कि सुबह लोकसभा चुनाव प्रभारी प्रकाश जावडेकर से बात की जाएगी।
सुबह प्रकाश जावडेकर जयपुर नहीं पहुंचे तो इन तीन पार्षदों ने जाकर कार्यभार ग्रहण कर लिया और अन्य 6 पार्षदों को फिलहाल कार्यभार ग्रहण करने से रोक दिया गया है लेकिन माना जा रहा है कि इनमें से तीन पार्षद शुक्रवार तक कार्यभार ग्रहण कर सकते हैं।