आश्रम पर कब्जे की शिकायत लेकर कांग्रेस की जनसुनवाई में पहुंचे संत ने दी आत्मदाह की धमकी, पीसीसी में हड़कंप मचा

The saint, who reached the Congress's public hearing complaining about the occupation of the ashram, threatened self-immolation, there was a stir in the PCC

जयपुर। सवाई माधोपुर के रणथम्भौर में गणेश धाम आश्रम के कुछ साधु संत आज पीसीसी जनसुनवाई में पहुंचे और मंत्री महेश जोशी के सामने अतिक्रमणकारियों के शिकायत दर्ज कराते हुए आत्मदाह की धमकी भी दी। मंत्री ने संतों की समस्या सुनकर तुरंत ही डीजीपी को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

पीसीसी मुख्यालय पहुंचे साधु-संतों ने कहा कि हमारे आश्रम में मीणा समाज के कुछ दबंग धर्मशाला बनवाने के नाम पर कब्जा करने में लगे हुए हैं। कलेक्टर और पुलिस प्रशासन को कई बार शिकायतें देने के बावजूद हमारी समस्या का निराकरण नहीं हुआ है। संत हनुमान सहाय ने बताया कि हम 1986 से उस आश्रम में गौशाला चला रहे हैं क्योंकि जमीन अब कीमती हो गई है, इसलिए कुछ लोग वहां अतिक्रमण करना चाहते हैं। हमारी शिकायतों पर प्रशासन कुछ समय के लिए उन्हें पवन कर देता है लेकिन फिर वही अतिक्रमणबाजी शुरू हो जाती है।

हम मंत्री को ज्ञापन देकर आश्रम की जमीन और संतों की जान माल की सुरक्षा की मांग करने आए हैं। अपनी मांग को लेकर साधु-संतों ने दो बार मंत्री से मुलाकात की। मंत्री महेश जोशी ने पहली मुलाकात में स्थानीय प्रशासन और डीजीपी को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए। संत जब दोबारा उसी मांग को लेकर मिले तो महेश जोशी ने कहा कि आपकी समस्या के समाधान के लिए प्रशासन और अफसरों को सूचना दे दी गई है। इसके बाद भी संत अगर आत्मदाह जैसी बातें करें तो वह अपने शिष्यों को क्या ज्ञान दे पाएंगे। संतो को उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए जोशी ने कहा कि सरकार आपकी समस्या का हरसंभव समाधान करेंगे।