अधिकारियों को चेताया,   सरकार बदलने पर होगी जांच:गहलोत

Sameer Ur Rehman
5 Min Read

सत्ता जाने का वक्त आ गया तो सीएम कर रही है हैलीकॉप्टर से दौरे 

ag 1जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की ब्यूरोक्रेसी को चेताते हुए कहा है कि जो भी सरकार का गलत कामों में साथ दे रहें हैं उन पर कार्रवाई निश्चित तौर पर होगी। अब सरकार पांच-सात महिने की बची है। अधिकारियों पर दबाव देकर काम करवाएं जा रहे है। ऐसे में अधिकारी अपने हाथ बचाकर काम करें।

 गहलोत बुधवार को यहां अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने चार साल तक जनता की सुध नहीं ली और अब सरकार के जाने का समय आ गया है तो हेलीकॉप्टर से दौरे कर रही हैं। जयपुर में तो वे अब गेस्ट की तरह आ रही हैं। सरकार बनने पर कहती थी कि वे प्राइवेट प्लेन में यात्रा नहीं करके सर्विस प्लेन में ही यात्रा करेंगी लेकिन अब वो बाते हवा हो गई है।  चित्तोडग़ढ़ की 6 वर्षीय मासूम के साथ रेप की घटना पर कहा कि वो बच्ची जिन्दगी में कभी मां नहीं बन पाएंगी। महिला मुख्यमंत्री के नाते सुध लेनी चाहिए थी लेकिन इस सरकार में कभी किसी ने सुध नहीं ली।

इस सरकार में भष्ट्राचार का रिकार्ड तोड़ दिए। भाजपा हर जगह जमीन खरीद रही है। चहेतों को भी करोड़ों की जमीन कोडिय़ों के भाव दी जा रही है। कांग्रेस सरकार बनी तो पूरे मामले की जांच की जाएगी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के मुद्दे पर सीएम की बेइज्जती हुई है। राजस्थान के स्वाभिमान के साथ चोट की है। सीएम को राजस्थान के स्वाभिमान के लिए इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।

https://youtu.be/Y3tSW6hunaY

राजस्थान मैं बजरी माफिया हो गया  

वर्तमान सरकार आने से पहले प्रदेश में शराब माफिया और जमीन माफिया जैसे लोग हुआ करते थे, लेकिन अब प्रदेश में सबसे बड़े माफि या के तौर पर बजरी माफि या उभर कर आया है। एक ओर सुप्रीम कोर्ट ने बजरी पर रोक लगाई है दूसरी और ये माफि या अवैध खनन करके आज तक के भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। ये माफिया नीचे से ऊपर तक पैसे पहुंचा रहा है।  तबादला उद्योग का असली चेहरा इस सरकार में सामने आया है। यह  लाठीचार्ज   सरकार के रूप में याद की जाएगी। भाजपा मुख्यालय के बाहर किसी वर्ग को नहीं छोड़ा जिस पर लाठीचार्ज नहीं हुआ हो।

ऐतिहासिक धरोहर लालकिला को निजी हाथों में देना दुर्भाग्यपूर्ण

 लालकिला जैसी धरोहर को निजी हाथों में दिया जाएगा तो यह दुर्भाग्य होगा। यह कोई मामूली निर्णय नहीं है। सीएसआर के तहत मेंटिनेंस करना तो ठीक है लेकिन उसे लीज पर देना गलत है। प्रदेश में आमेर किले सहित अन्य ऐतिहासिक धरोहर को निजी हाथों में देने की कवायद को गलत बताया।   भाजपा सरकार की संस्कृति रही है, पिछले कार्यकाल में आमेर में ललित मोदी व उनके रिश्तेदारों को हवेलिया दे दी थी, हमारी सरकार बनी तो वापस ली और आज तक उनके खरीददार आगे नहीं आए।

पायलट को बड़ी लाईन खींचने की नसीहत

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और  प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के बीच वर्चस्व की लड़ाई के सवाल पर गहलोत ने पे्रस कॉन्फ्रेंस में एक बार फिर पायलट को नसीहत दी। उन्होंने कहा है कि चाहे सचिन पायलट हो या देश का कोई भी युवा नेता वो तभी आगे बढ़ सकता है जब वह सीनियर्स को साथ लेकर चलेगा। अगर कोई नेता ये सोच रहा है कि वो अकेला ही कामयाबी दिला सकता है तो वो केवल भ्रम पाल रहा है। नए नेताओं को किसी सीनियर की लाइन काटने के बजाए बड़ी लाइन खींचनी चाहिए। सीनियर्स जहां से कांग्रेस के लेकर आए हैं वो समय आज से भी खराब था। जब वे और उनके जैसे नेता युवा थे तो उन्होंने अपनी सोच- समझ से एक बड़ी लाईन खिंची थी। आज ऐसे सभी नेता सीनियर बन चुके हैं, जिन्होंने सभी बड़े और अहम पदों पर सेवाएं दी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि पार्टी में वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। गहलोत ने कहा कि वे केवल कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं और कार्यकर्ता के रूप में हमेशा से काम करता रहा हूं।

Share This Article
Follow:
Editor - Dainik Reporters http://www.dainikreporters.com/
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *