जयपुर
उद्योग विभाग की पांच दिवसीय शिल्पशाला सोमवार से झालाना स्थित भारतीय शिल्प संस्थान में शुरू होगी। उद्योग आयुक्त डा. कृष्णकांत पाठक ने बताया कि परंपरागत शिल्प के संरक्षण और संवद्र्धन के साथ ही युवाओं व इन विधाओं से जुडऩे के इच्छुक लोगों के लिए यह आयोजन किया जा रहा है। शिल्प शाला में अवार्डी गुरुओं द्वारा शिल्प की बारीकियां समझाई जाएगी।
पाठक ने बताया कि पांच दिवसीय शिल्प शाला नि:शुल्क है। इसमें पंजीयन शुल्क दो सौ रुपए रखा गया हैं। भारतीय शिल्प संस्थान की सहभागिता से आयोजित इस शिल्प शाला में ब्लॉक प्रिंटिंग के प्रति उत्साह देखा गया है। शिल्पशाला में 14 शिल्पों का चयन किया गया है जिसमें ब्लॉक प्रिंटिंग, टाई एण्ड डाई, लाख, वुडन, लैण्ड स्केप, चर्म शिल्प, मिटटी के बर्तन, टेराकोटा, ब्लू पाटरी, मीनाकारी, उस्ताकला, डेकापेजआर्ट, पेपरमेशे, मिनियचर पेंटिंग, मेंहदी आदि रखी गई है।
शिल्पशाला का प्रभारी संयुक्त निदेशक एसएस शाह को बनाया गया है। दस या दस से अधिक समूह के बेच में प्रशिक्षण आयोजित होगा। शिल्प शाला मेें परिचर्चाओं का भी आयोजन किया जाएगा।