जयपुर। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्षी कांग्रेस 7 दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में मतदाताओं तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया का जमकर उपयोग कर रही है। दोनों दलों के नेताओं के अनुसार सोशल मीडिया में चुनाव की जंग लड़ने के लिए बीजेपी ने लगभग 150,000 वालिंटियर्स और कांग्रेस ने लगभग एक लाख वालिंटियर्स को तैनात किया है।
एक दशक से अधिक समय तक राजस्थान में डिजिटल प्लेटफार्मों पर काम करने वाले जयपुर स्थित सामाजिक वैज्ञानिक भंवर मेघवंशी ने कहा, “अब सोशल मीडिया युवाओं को किसी भी चीज़ से ज्यादा प्रभावित करता है। “युवा मतदाता पारंपरिक मीडिया पर आधारित नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर दिखाई देने के आधार पर अपनी राय बनाते हैं।
यही कारण है कि सभी पार्टियां सोशल मीडिया पर अभियान चला रही हैं। कांग्रेस की रणनीति सरल है, बीजेपी पर हमला करें और राजस्थान के लिए अपनी योजना तैयार करें। पार्टी को राजस्थान प्रमुख सचिन पायलट जैसे वरिष्ठ नेताओं के लाइव सत्र मिलेगा। भाजपा कई मोर्चों पर काम कर रही है। कांग्रेस पर हमला करना, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को प्रमोट करना, योजनाओं के लाभार्थियों की तस्वीरें जारी करना। बीजेपी 15 हैशटैग लॉन्च करेगी जिसमें युवा रोजगार, महिला सशक्तिकरण, किसान संकट और पार्टी के घोषणापत्र के मुद्दों को शामिल किया जाएगा। बीजेपी आईटी सेल के वालिंटियर्स ने कहा, “हम वर्तमान सरकार द्वारा किए गए अच्छे काम को प्रदर्शित करने के लिए एक हैशटग केसरी राजस्थान चला रहे हैं।”
बीजेपी आईटी सेल के राजस्थान के सह-संयोजक मयंक जैन ने कहा, दोनों दलों की आईटी टीम चुनावी वादों को लेकर सोशल मीडिया पर हर दिन टार्गेट करती है। यहां तक कि बूथ स्तर के कार्यकर्ता को भी वोटर्स को रिझाने के लिए स्थानीय मुद्दों पर फोकस करने के लिए कहा जाता है। राज्य में हमारा वॉर रूम है और हमलोगों ने 1.5 लाख वालिंटियर्स को शामिल किया है।
कांग्रेस आईटी सेल राजस्थाने के मुखिया दानिश अबरार कहते हैं, हालांकि कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर देर से शुरुआत की है लेकिन हम पहुंचने की कोशिश कर रहे है। हम पार्टी के संदेश को प्रचारित करने और बीजेपी के झूठ के मुकाबला करने के लिए प्रभावी ढंग से काम कर रहे हैं।