युवाओ के भरोसे साधे क्षेत्रीय और जातीय समीकरण

liyaquat Ali
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जयपुर।
अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में शामिल किए जा रहे 23 मंत्रियों के चयन में जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की पूरी मशक्कत की गई है मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, जाट और जैन-वैश्य समुदाय को खास तरजीह दी गई है, मंत्रियों में चार जाट, चार अनुसूचित जाति, चार अनुसूचित जनजाति, तीन वैश्य और दो राजपूत समाज के विधायक शामिल हैं, इनके अलावा एक विश्नोई, एक यादव, एक गुर्जर और आंजना-पटेल समाज से एक-एक मंत्री बनाया गया है वहीं मुस्लिम समुदाय से भी एक मंत्री बनाया गया हैै।
वहीं अगर क्षेत्रीय आधार पर देखे तो सबसे ज्यादा तरजीह पूर्वी राजस्थान को मिली है पूर्वी राजस्थान में इस बार कांग्रेस ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है लिहाजा पार्टी ने इस क्षेत्र से पांच विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया है इनमें विश्वेन्द्र सिंह, भजनलाल जाटव, सुभाष गर्ग, रमेश मीणा और अर्जुन बामणिया शामिल हैं।
वहीं कांग्रेस के गढ़ शेखावाटी को इस बार आशानुरूप प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है पार्टी का गढ़ होने के बावजूद यहां से महज दो मंत्री भंवरलाल मेघवाल और गोविंद सिंह डोटासरा को मंत्रिमंडल में जगह मिली है वहीं हाड़ौती से दो शांतिलाल धारीवाल और प्रमोद जैन भाया को तरजीह दी गई है।
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