Jaipur News । आमेर महल के सामने की पहाडी पर बने वाॅच टाॅवर पर आकाशीय बिजली गिरने पर घायल व्यक्तियों के फंसे होने की सूचना एसडीआरएफ कन्ट्रोल रूम को मिलते ही एसडीआरएफ की जलमहल ग्रामीण पुलिस लाईन में तैनात 14 जवानों की एक रेस्क्यू टीम को हैड कांस्टेबल इम्तियाज अली के नेतृत्व में रात 9 बजे राहत उपकरणों के साथ घटनास्थल के लिए रवाना किया गया।
एसडीआरएफ के कमांडेंट पंकज चौधरी ने बताया कि आमेर महल के सामने 2000 फीट की ऊचाई पर पहाडी पर बने वाॅच टाॅवर पर पिकनिक मनाने गये लोगों पर आकाशीय बिजली गिरने से काफी लोग घायल हुए तथा कईयों की मौत भी हो गयी।
घटनास्थल पर पहुँचने के लिए लगभग 1000 सीढ़ियों का एक तंग रास्ता था। एसडीआरएफ के डिप्टी कमाण्डेन्ट लोकेश सोनवाल को ऑपरेशन के सुपरवीजन हेतु नियुक्त किया।
टीम कमाण्डर के निर्देश पर रेस्क्यू टीम ने स्थानीय प्रशासन, सिविल डिफेंस तथा स्थानीय लोगों के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
सर्वप्रथम घायल तथा मृत लोगों को अलग-अलग किया गया साथ ही मौके पर मौजूद समस्त रेस्क्यू टीमों को तीन टीमों में बाँटकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
जिसमें प्रथम टीम का कार्य घायलों को सीपीआर देना, दूसरी टीम का कार्य घायलों का प्राथमिक उपचार करना तथा अन्तिम टीम का कार्य घायलों व मृतकों को अविलम्ब स्थानीय लोगों के साथ मिलकर स्ट्रेचर की सहायता से सीढ़ियों के माध्यम से नीचे उतारकर अस्पताल भिजवाना था।
इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान रात 10ः45 बजे तक 11 मृत तथा 10 घायलों को सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर भिजवाया जा चुका था।
उसके उपरान्त मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक रफीक खान, विधायक अमीन कागजी, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस आर्म्ड बटालियन जंगा श्रीनिवास, पुलिस कमीश्नर आनन्द कुमार श्रीवास्तव, एडिशनल पुलिस कमीश्नर राहुल प्रकाश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयपुर सुमित गुप्ता
इत्यादि प्रशासन के आला अधिकारियों तथा जन प्रतिनिधियों के नेतृत्व में हादसे के दौरान वाॅच टाॅवर से नीचे जंगल में लोगों के गिरने की आशंका पर रात 01 बजे तक एसडीआरएफ तथा सिविल डिफेंस की टीमों ने सर्च अभियान चलाया ।
जिसमें अन्य किसी व्यक्ति के घायल तथा मृत पाये जाने की पुष्टि नहीं हुई। रात 01 बजे स्थानीय प्रशासन के निर्देशानुसार सर्च अभियान प्रातः 07 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
सोमवार को प्रातः 07 बजे सहायक कमाण्डेन्ट एसडीआरएफ सुरेश कुमार महरानियां के नेतृत्व में जलमहल तथा घाटगेट जयपुर में तैनात रेस्क्यू टीमों को राहत उपकरणों, रोप रेस्क्यू उपकरणों के साथ घटना स्थल पर भिजवाया गया।
बटालियन मुख्यालय गाडोता जयपुर से सूबेदार एडज्यूडेन्ट रमेश कुमार को ड्रोन कैमरे तथा ऑपरेटर कांस्टेबल भगवान सहाय व कांस्टेबल देवेन्द्र को घटना स्थल पर भिजवाया गया।
मौके पर पहँचकर सहायक कमाण्डेन्ट सुरेश कुमार महरानियां के नेतृत्व में दोनों रेस्क्यू टीमों ने वाॅच टाॅवर के दोनों तरफ अन्य किसी घायल या मृत व्यक्ति की तलाश हेतु पहाडी पर ऊपर से नीचे की तरफ सर्च अभियान प्रातः 07 बजे से शुरू किया।
जिसके अन्तर्गत रेस्क्यू टीमों द्वारा रोप की सहायता से वाॅच टाॅवर से नीचे उतरकर पहाड पर कंटीली झाडियों में गहन सर्च अभियान चलाया गया तथा ड्रोन कैमरे की सहायता से वाॅच टाॅवर के आस-पास पहाड पर सर्च किया गया।
उक्त सर्च ऑपरेशन सांय 05ः30 बजे तक लगातार जारी रहा। जिसमें किसी घायल या मृत व्यक्ति के पहाडी पर फंसे होने की पुष्टि नहीं हुई। अन्ततः स्थानीय प्रशासन के आदेशानुसार सर्च ऑपरेशन पूर्णतः रोक दिया गया।