जयपुर/ राजस्थान में कोरोनावायरस संक्रमण की तीसरी लहर की दस्तक और इससे संक्रमित रोगियों की बढ़ती संख्या तथा पूरी उपस्थिति के साथ स्कूल में खुलते ही स्कूलों में विद्यार्थियों के पॉजिटिव आने को लेकर गहलोत सरकार और नवनियुक्त शिक्षा मंत्री बीड़ी कल्ला काफी चिंतित हैं और कल से ही एक बार फिर से प्राथमिक स्तर तक के स्कूल बंद करने तथा उच्च प्राथमिक स्तर से लेकर हायर सेकेंडरी स्तर तक की कक्षाओं के संचालन में परिवर्तन होने की प्रबल संभावनाएं हैं और इस संबंध में नवनियुक्त शिक्षा मंत्री बिगड़ी कला विभाग के उच्चाधिकारियों और एक्सपर्ट को लेकर अभी मीटिंग कर रहे हैं।
राजस्थान में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर अंकुश लगने के साथ ही सरकार ने अभिभावकों की मांग पर ही प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूल 16 नवंबर से पूरी तरह से पूर्ण उपस्थिति के साथ खोल दिए थे लेकिन स्कूलों के खुलते ही विद्यार्थियों के पॉजिटिव आने की संख्या शुरू हो गई जयपुर अजमेर और बीकानेर में स्कूलों में विद्यार्थियों के कोरोना पॉजिटिव आने से सरकार एकदम से सकते में आ गई है और गंभीर चिंतन इस पर शुरू कर दिया है ।
स्कूलो मे मास्क के बिना आ रहा स्टाफ और विद्यार्थी
विदित है कि सरकार ने पूरी उपस्थिति के साथ स्कूल खोलते समय ही शिक्षा मंत्री और शिक्षा निदेशालय ने कोविड प्रोटोकॉल जारी करते हुए सभी को दिशा निर्देश दिए थे कि स्कूलों में बिना मास्क के ने विद्यार्थियों को ने स्टाफ को प्रवेश दिया जाए तथा स्कूलों में सैनिटाइजर रखा जाए हाथ धोने के लिए साबुन रखा जाए और कक्षा कक्षों को सोडियम हाइड्रोक्लोराइड से स्प्रे कराया जाए लेकिन विडंबना यह है कि 16 नवंबर से लेकर आज दिनांक तक स्कूलों की यह स्थिति है कि कहीं पर भी कोविड-19 कॉल की पालना पूरी तरह से नहीं हो रही है स्कूलों में बच्चे और यहां तक कि स्कूल स्टाफ भी बिना मास्क के आ रहे हैं सैनिटाइजर साबुन और सोडियम हाइड्रोक्साइड तो बहुत दूर की बात है ऐसे हालत में कोरोना और मौसमी बीमारियों को फैलने से कैसे रोका जा सकता है ।
सूत्रों के अनुसार जयपुर अजमेर और बीकानेर में स्कूलों में विद्यार्थियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद आज नवनियुक्त शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला ने कल अपना कार्यभार संभालने के साथ ही आज विभाग के अधिकारियों के साथ हाई लेवल की मीटिंग बुलाई है जो खबर लिखे जाने तक जारी थी इस मीटिंग में कल से ही प्राथमिक स्तर तक अर्थात कक्षा 1 से लेकर पांचवी तक की कक्षाएं विद्यालय पूरी तरह से बंद कर दिए जाएंगे और ऑनलाइन पढ़ाई पहले की तरह ऑनलाइन ऑफलाइन अर्थात घर जाकर जारी रहेगी और कक्षा 6 से लेकर कक्षा 12 तक की कक्षाओं में पहले की तरह विद्यार्थियों की 50% उपस्थिति रहेगी अर्थात आज जो विद्यार्थी स्कूल आए हैं वह कल नहीं आएंगे और जो आज नहीं आए वह विद्यार्थी कल आएंगे और ऑफलाइन ऑनलाइन दोनों ही पढ़ाई यथावत की जाएगी इसके साथ ही अभिभावकों की अनुमति के बिना विद्यार्थियों को स्कूल आने पर जबरदस्ती नहीं की जाएगी ऐसा निर्णय होने की संभावना है ।