टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक में आयोजित प्रधानमंत्री के 8 साल बेमिसाल कार्यक्रम में पहुँचे बीजीपी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनियां की ज़बान एक बार फिर फिसलती नज़र आई, राहुल गांधी के खिलाफ टिप्पणी करते करते महात्मा गांधी के खिलाफ भी टिप्पणी करते हुए उन्हें *बेचारा* तक बता दिया। दरअसल मीडिया कर्मियों द्वारा पूछे गए पूर्व कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर ईडी के सवाल का जवाब देते हुए पूनियां ने कहा कि राहुल गांधी को ईडी का जवाब शांति से देना चाहिए था, ये कोई शहादत का सिलसिला नही है, सत्याग्रह के नाम पर इस तरीके का पाखंड करने से कुछ नही होने वाला, पूनियां ने आगे बोलते हुए कहा कि बेचारे स्वर्ग में असली गांधी जी भी हैरान परेशान हो रहे होंगे कि किस तरीक़े से उनके सत्याग्रह के नाम से सत्ता के आग्रह की तरफ उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार की नीतियों से आमजन त्रस्त है, चाहे वो किसान की कर्जमाफी हो या फिर बढ़ता अपराध का ग्राफ हो।
गहलोत सरकार की विफलताओं के खिलाफ बीजीपी ज़िला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक आंदोलन करेगी।
पोस्टर वार दिखा
वहीं दूसरी और कार्यक्रम में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का बैनरों व पोस्टरों में फ़ोटो नही होना भी चर्चाओं में रहा। यहां तक कि पूनियां के फ़ोटो के साथ कई स्थानीय नेताओं के फोटो लगे दिखाई दिए। जिससे कि ये साबित हो गया कि टोंक बीजीपी भी गुटबाज़ी का शिकार है।
मंच पर भी दिखी खीज
कार्यक्रम में दोनों ही गुटों के नेता शामिल तो हुए, लेकिन कहीं ना कहीं दूरी भी दिखाई दी। मंच पर पूर्व टोंक विधायक अजीत सिंह मेहता का संबोधन ना होना भी चर्चा का विषय रहा। जबकि मंच पर कई नेताओं ने अपना संबोधन दिया।
खाली रही कुर्सियां
मोदी के 8 साल बेमिसाल का बड़ा कार्यक्रम होने के बाद भी ज़्यादा भीड़ नही जुट पाई, भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश दिखाई नही दिया,कार्यक्रम में कई जगहों पर खाली कुर्सियां दिखाई दी। भाजपा के