मामले का लेकर आलाकमान गंभीर
मेरा बूथ मेरा गौरव कार्यक्रम के दौरान कांग्रेसियों में जमकर चले थे लात घूंसें
कांग्रेस की गुटबाजी आई सडक़ पर
जयपुर (फिरोज़ उस्मानी)। राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने है. विस चुनाव की भाजपा और कांग्रेस अपने अपने स्तर पर जमकर तैयारी कर रही है. कई मुद्दों पर भाजपा को घेरने वाली कांग्रेस भी इससे अछूती नही है। शुक्रवार को जयपुर के शाहपुरा में मेरा बूथ मेरा गौरव कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के एक गुट ने कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता संदीप चौधरी व ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार जाट के साथ मारपीट की । चुनावी साल में ही ये भीतरी गुटबाजी निकल कर सामने आ रही । एक गुट के कार्यकर्ता ने प्रवक्ता संदीप चौधरी क साथ धक्का-मुक्की कर मारपीट की । यह सब प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे के सामने हुआ । मारपीट की इस घटना को लेकर आलाकमान ने रिपोर्ट तलब की है। इसी बीच शनिवार को कुछ विडियो और फोटो सामने आए है, इसमें प्रदेश में प्रशिक्षण कार्यक्रमों के समन्वयक और प्रदेश प्रवक्ता सुरेश चौधरी भीड़ को इशारा करते दिखाई दे रहे है।
इसके साथ ही एक फोटो में वे ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार जाट को धक्कें मारते दिखाई दे रहे है। तथा एक फोटो में वो थप्पड़ भी मारते दिखाई दे रहे है। इन सबको लेकर पार्टी पर इस मामले पर कार्रवाही का दबाव बढ़ गया है। सुत्रोंं के अनुसार राजस्थान कांग्रेस प्रवक्ता सुरेश चौधरी की भूमिका सदिग्ध दिखाई दे रही है।
पूरे मामले को लेकर मारपीट के दोषी कांग्रेसी नेताओं पर कभी भी गाज गिर सकती है। इसी तरह जयपुर में भी पेट्रोल-डीजल में बढ़ोत्तरी को लेकर किए गए विरोध में पूर्व मेयर ’योति डेलवाल और अमीन कागजी आपस में भिड़ चुके है। अमीन कागजी किशनपोल से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं और ’योति भी यहीं से दावेदार है । जयपुर के शाहपुरा और किशनपोल में जो कुछ हुआ वह कांग्रेस की जग हंसाई के लिए पर्याप्त था । देानों ही जगह टिकटों की लड़ाई साफ दिख रही है । चुनावी साल में एकता के दावे तार तार होते दिखाई दे रहे हैं । दिल्ली और जयपुर में बैठे कांग्रेस के आकाओं को नेता यही फीडबैक देते हैं कि ग्राउंड पर सबकुछ बढिया चल रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे परे है। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भाजपा से लडऩे की बजाय आपस में ही लड़ रहे है । कांग्रेस ने मेरा बूथ मेरा गौरव अभियान इसलिए शुरु किया है ताकि कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर एकजुट करके सक्रिय किया जा सके, लेकिन पिछले तीन दिन से जहां जहां भी प्रदेश प्रभारी जा रहे हैं वहां प्रदेश प्रभारी के सामने ही कांग्रेस की एकता तार तार हो रही है । पहले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और कल बीकानेर में प्रदेश प्रभारी के सामने ही कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे के गुटों के खिलाफ नारेबाजी की । अब शाहपुरा में तो धक्कामुक्की और आपस में कपड़े फटने जैसी स्थिति आ गई । प्रदेश प्रभारी को अब शायद कांग्रेस के नेताओं के दावों और जमीनी हकीकत का अंदाजा लग गया होगा कि उन तक पहुंचने वाला फीडबैक कितना असली होता है । चुनावी साल में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की इस गुटबाजी ने अंदरूनी पौल खोलकर रख दी है।