Jaipur News।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रही तकरार और वर्चस्व की लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच कर समापन की ओर होती नजर आ रही है और यह समापन कांग्रेस आलाकमान सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी के हस्तक्षेप और गहलोत पर दबाव के बाद संभव होता नजर आ रहा है ।
राजस्थान के प्रभारी और सोनिया गांधी राहुल व प्रियंका के दूत अजय माकन के राजस्थान दो दिन के दौरे के आज दूसरे दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ पुनः एक बार फिर से करीब डेढ़ से 2 घंटे तक चली बातचीत और मंत्रणा के दौरान माकन ने राजस्थान में मंत्रिमंडल और राजनीतिक नियुक्तियों पर चर्चा करते हुए ।
कांग्रेस आलाकमान का संदेश भी गहलोत को दिया जिसमें आगामी मंत्रिमंडल फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों में पायलट ग्रुप के नेताओं को भी तवज्जो देने की बात कही गई ।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने मुख्यमंत्री गहलोत को कांग्रेस आलाकमान का एक फार्मूला भी दिया बताते है । इस फार्मूले के तहत पायलट गुट के कुछ समर्थक विधायकों को मंत्री बनाने और राजनीतिक नियुक्तियों में शामिल करने के बिंदु शामिल है ।
सूत्रों के अनुसार होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में गहलोत सरकार में से करीब छह से सात मंत्रियों को हटाया जाएगा और उनके स्थान पर लगभग 13 से 14 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं इन नए मंत्रियों में पायलट गुट के भी 4 विधायकों को मंत्री बनाए जाने की संभावना है जिनमें 2 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्री बन सकते हैं ।
इनके अलावा पायलट गुट के बचे हुए समर्थकों को राजनीतिक नियुक्तियों में भी समायोजित क्या जाने का संदेश आलाकमान का दिया गया।
राजस्थान के प्रभारी और सोनिया राहुल और प्रियंका के दूत अजय माकन ने आज सचिन पायलट से भी मुलाकात हुई बताते हैं ।
वहीं दूसरी ओर पायलट के निवास पर विधायक वेद प्रकाश सोलंकी राकेश पारीक पूर्व विधायक दर्शन सिंह गुर्जर ,नसीम अख्तर आदि ने पायलट से मुलाकात की और विचार विमर्श किया गया।
इनके अलावा और भी कुछ वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारियों ने जो पायलट गुट के माने जाते हैं भी पायलट से मिले । पायलट समर्थकों की पायलट निवास पर मुलाकात से राजधानी में सियासी हलचल मच गई है ।