सचिन पायलट का आलाकमान को दो टूक जबाव,अब नही सब्र, आलाकमान की बड़ी चिंता हरकत शुरू

Ashok Gehlot Sachin Pilot

Jaipur । राजस्थान (Rajasthan)में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Former Deputy Chief Minister Sachin Pilot) को लेकर चल रही सियासी लड़ाई 10 महीने बाद फिर शोला बनकर भड़कने लगी है । युवा दिलों की धड़कन सचिन पायलट (Sachin Pilot)) द्वारा हाल ही में दिल्ली दौरे के दौरान आलाकमान को दो टूक जवाब देने के बाद की अब सब्र नहीं । विधायक कुछ भी कर सकते हैं कहने के बाद आलाकमान की चिंता बढ़ गई है और आलाकमान तथा प्रदेश प्रभारी हरकत में आ गए हैं ।

10 माह पूर्व पिछली जुलाई में गहलोत से बगावत कर 18 विधायकों के साथ दिल्ली में डेरा डालने वाले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट एक बार फिर बगावत के मूड में आ गए हैं ।

विदित है कि उस समय आलाकमान ने गहलोत और सचिन पायलट में सामंजस्य बिठाने तथा पायलट समर्थकों को सत्ता और संगठन में उचित स्थान पुनः मिले इसके लिए कांग्रेस आलाकमान ने 3 सदस्ययी कमेटी गठित की थी और राजस्थान प्रभारी अजय माकन को बनाकर राजस्थान भेजा था तथा पूरा फीडबैक लेने के निर्देश दिए थे और उसके बाद राजस्थान प्रभारी अजय माकन द्वारा बार-बार बयान मीडिया में दिए जा रहे थे की गहलोत और पायलट में कोई टकराव नहीं है सत्ता और संगठन में सबको बराबर की भागीदारी मिलेगी और जल्दी ही मंत्रिमंडल विस्तार तथा संगठन में और निगम व बोर्डों में नियुक्तियां की जाएगी लेकिन 10 माह बीत जाने के बाद भी अभी तक कुछ भी नहीं होने पर सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों की दबी हुई चिंगारी एक बार फिर शोला बनकर भड़क उठी है ।

पायलट ने हाल ही में दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस आलाकमान को स्पष्ट दो टूक शब्दों में कह दिया कि 10 माह बीत जाने के बाद भी उनको और उनके समर्थक विधायकों को अभी तक सत्ता और संगठन में शामिल नहीं कर रहे हैं । उनको और उनके समर्थकों को दूर दूर रखा जा रहा है तथा वे बजे आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं ।

सचिन पायलट ने आलाकमान से यह भी स्पष्ट दो टूक कह दिया कि 10 माह से वह और उनके समर्थक विधायक सब्र कर रहे हैं और अगर अब भी अति शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो विधायकों का सब्र टूट जाएगा और फिर क्या होगा वह नहीं जानते।

विदित है कि कांग्रेस आलाकमान राहुल गांधी के 4 मजबूत पिल्लर माने जाने वाले ज्योति राजे सिंधिया, जितिन प्रसाद ,मिलिंद देवड़ा और सचिन पायलट यह चारों मजबूत पिल्लर माने जाते थे । इन चार मजबूत पिल्लरो में से ज्योतिराज सिंधिया ने पहले और हाल ही में जितिन प्रसाद ने भाजपा का दामन थाम लिया तो गुजरात में मिलिंद देवड़ा ने गुजरात सरकार के मुख्यमंत्री और सरकार की तारीफ कर इशारों ही इशारों में संकेत दे दिया कि समझने वाले समझ जाएं और जो ना समझे वो अनाड़ी । उधर पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू ने भी कांग्रेस की हालत खराब कर रखी है यानी कि यू कहे तो अतिशयोक्ति नहीं की कांग्रेसी वर्तमान में चारों तरफ से गिरी हुई है ।