जयपुर
नगर निगम जयपुर के महापौर पद पर हुए चुनावों के दौरान क्रास वोटिंग के जिम्मेदार पार्षदों पर अब भाजपा ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कडी में 7 पार्षदों को चिह्निïत कर एक को पार्टी से निलम्बित और 6 को नोटिस जारी किए गए हैं। इधर, शहर भाजपा की इस कार्रवाई के बाद कई पार्षद मुखर हो गए हैं और पार्टी पदाधिकारियों की एक तरफा कार्रवाई बता रहे हैं। इसको लेकर पार्टी की अंदरूनी सियासत गरमा गई है। पार्टी नेताओं का मानना है कि जांच कमेटी ने जो रिपोर्ट दी है उसके आधार पर सिर्फ कुछ पार्षदों पर ही कार्रवाई कर अन्य को बचाने का प्रयास किया गया है।
बता दें कि गत 22 जनवरी को महापौर के चुनावों में क्रास वोटिंग के कारण भाजपा के बागी विष्णु लाटा ने जीत दर्ज की थी। इसमें भाजपा के 18 और 3 भाजपा समर्थित पार्षदों के क्रास वोटिंग करने की आशंका जताई जा रही थी। इसको लेकर पार्टी ने पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, विधायक सतीश पूनिया और चुनाव प्रभारी राजेन्द्र गहलोत को इस प्रकरण की जांच का जिम्मा सौंपा था। गत दिनों इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पार्टी पदाधिकारियों को दे दी जिस पर कार्रवाई करते हुए 6 पार्षदों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जिन पार्षदों पर कार्रवाई की गई है उनकी बगावत में प्रत्यक्ष भूमिका सामने आई है।
पार्टी नेताओं का कहना है कि जांच रिपोर्ट में क्रास वोटिंग करने वाले पार्षदों के नाम शामिल किए गए हैं किन्तु इसमें 6 को ही नोटिस दिया गया है। माना जा रहा है कि क्रास वोटिंग करने वाले पार्षदों को बचाने के लिए स्थानीय विधायक और पार्टी पदाधिकारियों का एक धडा सक्रिय है। ऐसे में उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। शहर भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल गुप्ता का इस बारे में कहना है कि क्रास वोटिंग करने वाले सभी पार्षदों की पहचान नहीं हो पा रही है लेकिन जिन पार्षदों पर कार्रवाई हुई है उनकी इसमें प्रत्यक्ष भूमिका पाई गई थी।
जांच कमेटी में शामिल अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि उन्होंने प्रकरण की पूरी रिपोर्ट बनाकर पार्टी को सौंप दी अब आगे की कार्रवाई पार्टी ही करेगी। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनावों को देखते हुए यह मामला ठण्डे बस्ते में डाला जा रहा है। हालांकि पार्टी ने यह चर्चा तेज हो गई है कि क्रास वोटिंग करने वाले पार्षदों को उनसे जुड़े नेताओं ने कार्रवाई से बचा लिया है, जब क्रास वोटिंग 18 ने की तो फिर कार्रवाई भी सभी पर होनी चाहिए। बता दें कि पार्टी स्तर पर पार्षद अशोक गर्ग को निलंबित किया गया है।