
जयपुर। डूंगरपुर में एसडीएम को बंधक बनाने के मामले में कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा पर दर्ज एफआईआर के बाद अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। एफ आई आर दर्ज होने से नाराज कांग्रेस विधायक और यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश घोगरा ने विधायक पद से इस्तीफा देते हुए इस्तीफे का पत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं को भेजा है।
गणेश घोगरा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रदेश प्रभारी अजय माकन, विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और डूंगरपुर के कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिनेश खोड़निया को भी अपना इस्तीफा भेजा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजे अपने पत्र में गणेश घोगरा ने कहा कि मैं डूंगरपुर से कांग्रेस का विधायक हूं। प्रदेश युवा कांग्रेस का अध्यक्ष भी हूं लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी का विधायक होने के बावजूद भी मेरी बातों को अनदेखा किया जाता है। स्थानीय प्रशासन और अधिकारी मेरी बात को सुनने की बजाय जनता की समस्याएं उठाने पर मेरी ही आवाज को दबाने का काम करते हैं। ऐसे में मैं अपने पद से त्यागपत्र दे रहा हूं।
दबाव की राजनीति
सूत्रों की माने तो अपने ऊपर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज होने से नाराज कांग्रेस विधायक गणेश घोगरा अब दबाव की राजनीति करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा के पत्र भेजा है। हालांकि अंदर खाने चर्चा यह भी है कि गणेश घोगरा एसडीएम सहित कई अधिकारियों को वहां से हटाने की मांग पर भी अड़े हुए हैं और मांग पूरी नहीं होने के बाद उन्होंने अपने इस्तीफे का पत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजा है।
गौरतलब है कि मंगलवार को डूंगरपुर में प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर के दौरान गणेश घोगरा और उनके समर्थकों ने एसडीएम सहित कई अधिकारियों को बंधक बना लिया था, जिस पर डूंगरपुर तहसीलदार की ओर से गणेश घोगरा उनके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था।