जयपुर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक ग्वालियर में शुक्रवार को शुरू हुई। इसमें सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने भारतमाता के चरणों में पुष्प अर्पित कर बैठक का विधिवत आगाज किया। बैठक में शबरीमला देवस्थान मामले में केरल सरकार की ज्यादती एवं भौतिकतावादी दौर में परिवार व्यवस्था को बनाए रखने पर चर्चा कर प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।
मालूम हो कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक संघ कार्य के संबंध में निर्णय लेने वाली सबसे बड़ी संस्था है। यह बैठक वर्ष में एक बार होती है। बैठक में संघ शिक्षा वर्गों के प्रवास व प्रशिक्षण तथा अगले वर्ष की कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
बैठक में संघ कार्यों की जानकारी दी गई और बताया गया कि कार्य विस्तार की दृष्टि से संघ के छह सह सरकार्यवाह 43 प्रांतों में जिलास्तर पर 12 हजार कार्यकर्ताओं की बैठकें ले चुके हैं। 1990 के बाद समाज के बीच पहुंच बढ़ाने के लिए सेवा प्रकल्प और कार्य पर केंद्रित कार्यपद्धति के माध्यम से 300 विकसित गांवों को प्रभात गांव की श्रेणी में कार्य चल रहा है। इसमें 1 हजार गांव ऐसे हैं जहां यह कार्य शुरू हो चुका है।
संघ शाखाओं में युवाओं का रुझान बढ रहा है। इसके चलते बाल एवं महाविद्यालयीन स्वयंसेवकों की भागीदारी 62 प्रतिशत हो गइ है। वहीं हर साल 14 से 40 साल तक के 1 लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। देशभर में पिछले एक साल में 20 से 35 साल के एक लाख से अधिक युवा संघ से जुड़े हैं।