जयपुर। साल 2021 में हज पर जाने वाले यात्रियों के लिए सऊदी अरब सरकार की ओर से दिशा निर्देश जारी नहीं करने से हज पर जाने वाले यात्रियों का इंतजार लंबा होता जा रहा है। राजस्थान में हज पर जाने वाले लोगों ने इस बार सबसे कम आवेदन किए है। प्रदेशभर से हज कमेटी के पास 1400 आवेदन आए हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा 130 आवेदन जयपुर से आए हैं।
पिछले साल हज यात्रा को कोरोना महामारी के कारण निरस्त कर दिया गया था। इस बार भी सऊदी अरब सरकार और केंद्रीय हज कमेटी की ओर से हज यात्रा को लेकर दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए है। हज कमेटी के पास हज के लिए आवेदन भी आ चुके हैं और प्रक्रिया खत्म हुए एक महीना बीत चुका है। हर साल फरवरी तक यात्रा की पहली किश्त जमा करवाने के बाद हज यात्रियों का प्रशिक्षण शुरू हो जाता था। हज कमेटी के अधिकारियों का कहना है कि सऊदी अरब सरकार की ओर से कोटा आवंटित नहीं हुआ है। लॉटरी की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो सकी है। सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा को लेकर 20 देशों पर प्रतिबंध लगाया है। इनमें भारत भी एक है। कोरोना संक्रमण की वजह से वैसे ही हज के नियम-कायदे सख्त कर दिए गए हैं। राजस्थान में हज पर जाने वाले लोगों ने इस बार सबसे कम आवेदन किया है। प्रदेश भर से हज कमेटी के पास 1400 आवेदन आए हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा 130 आवेदन जयपुर से आए हैं।
राजस्थान हज वेलफेयर सोसायटी के महासचिव शेख हाजी निजामुद्दीन ने बताया कि बीते साल भी कोरोना के कारण हज का सफर मुकम्मल नहीं हो पाया था। फरवरी के अंतिम सप्ताह में यात्रा के लिए लॉटरी खुल जाती थी। हर साल प्रदेश में 15 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त होते थे। सऊदी अरब सरकार की ओर से दिशा-निर्देश भी प्राप्त नहीं हुए। इस कारण हज यात्रा को लेकर संशय बना हुआ है। नई शर्तों के मुताबिक उम्रदराज और बच्चों को इस बार हज पर जाने की अनुमति नहीं है। इसके साथ ही यात्रा का खर्च भी बढ़ा दिया गया है।