
Jaipur News।जयपुर रेंज पुलिस की विशेष टीम ने कुख्यात वांछित अपराधी विक्रम गुर्जर उर्फ पपला एवं उसकी महिला मित्र जियाउससहर सिगलीगर निवासी सतारा को गुरुवार सुबह महाराष्ट्र के कोल्हापुर से धर दबोचा।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!महानिदेशक पुलिस एम. एल. लाठर ने बताया कि महानिरीक्षक पुलिस जयपुर रेंज डॉ. हवा सिंह घुमरिया के मार्गदर्शन में इस विशेष टीम का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धान्त शर्मा कर रहे थे। टीम में 16 ईआरटी कमांडो समेत कुल 26 सदस्य शामिल थे। बैकअप के लिए एक अन्य टीम पुणे (महाराष्ट्र) में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में उपस्थित थी। सिद्धान्त शर्मा की टीम ने एक सप्ताह से कोल्हापुर में रहकर सघन छानबीन एवं सूचना संकलित करते हुए उस मकान तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की, जिसमें अपराधी छिपकर फरारी काट रहा था।
इस दौरान टीम ने प्रवासी राजस्थानी, जिम संचालकों एवं व्यायाम शाला संचालकों से सूचना एकत्र की। 26 जनवरी को चिन्हित मकान के विडियो एवं आस-पास के फोटो शर्मा ने महानिरीक्षक पुलिस डॉ. घुमरिया से शेयर कर स्थानीय परिस्थितियों के बारे में सूचना दी तथा सुरक्षित ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए रणनीति तैयार की।
27 व 28 जनवरी की मध्यरात्रि पूर्व नियोजित रणनीति के तहत ईआरटी के जांबाज कमांडो व शर्मा के नेतृत्व में तैनात अधिकारियों ने उस बिल्डिंग को घेर लिया तथा अंतत: फरार आरोपी को धर दबोचा। आरोपी ने अंत समय तक निकल भागने एवं बचने का प्रयास किया। इस दौरान आरोपी ने बिल्डिंग के नीचे छलांग लगाई, जिस कारण आरोपी के हाथ एवं पैर में चोटें भी आई है।
सजग कमांडो ने बिल्डिंग के नीचे कूदते ही आरोपी को दबोच लिया। गिरफ्तार विक्रम गुर्जर उर्फ पपला एवं उसे शरण देने वाली महिला मित्र जियाउससहर सिगलीगर को लेकर शर्मा एवं सिसोदिया की पुलिस टीम जयपुर पहुंच रही है।
उन्होंने बताया कि 7 सितम्बर 2019 को बहरोड थाने में बंद अपराधी विक्रम गुर्जर उर्फ पपला को अंधाधुंध फायरिंग कर थाने से छुड़ा ले जाया गया। इस घटनाक्रम में विभिन्न प्रकार से शामिल 30 आरोपितों को राजस्थान पुलिस अब तक गिरफ्तार कर चुकी है।
ऐसे भागा था पपला गुर्जर
पपला गुर्जर को हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के कोर्ट परिसर में पेशी के लिए गया था। इसी दौरान उसके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी तथा पपला गुर्जर को छुड़ाकर ले गए थे। इसमें हरियाणा के चार पुलिसकर्मियों को गोलियां लगी थीं। करीब दो साल बाद 5 सितंबर 2019 की देर रात अलवर जिले के बहरोड़ में अपने साथी का बदला लेने के लिए पपला गुर्जर आया, लेकिन बहरोड़ पुलिस के हत्थे चढ़ गया था।
बहरोड पुलिस ने उसकी कार से 31 लाख 90 हजार रुपये बरामद किए थे। पपला के पकड़े जाने के बाद बहरोड थाने के पुलिसकर्मियों ने पपला के गुर्गों से उसकी फोन पर बात करवाई। इसके बाद सुबह बहरोड़ थाने में साढ़े आठ बजे घुसकर पपला गुर्जर के साथी एके-47 से फायरिंग कर उसे लॉकअप से छुड़ाकर फरार हो गए। पपला व उसके साथियों को पकडऩे के लिए राजस्थान पुलिस, एसओजी और एटीएस की टीमें लगाई गईं। टीमों ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड सहित कई राज्यों में छापेमारी की गई। पुलिस टीमें नेपाल बॉर्डर तक गईं, लेकिन पपला पुलिस के हाथ नहीं लग पाया। तभी से पपला फरार चल रहा था।
कौन है पपला गुर्जर
गैंगस्टर पपला गुर्जर हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले के खैरोली गांव का रहने वाला है। पपला गुर्जर हरियाणा के रेवाड़ी रेंज के कई जिलों में संगीन वारदातों को अंजाम दे चुका है। अपने गुरु शक्ति गुर्जर की हत्या का बदला लेने के लिए अपराध की दुनिया में कदम रखा और फिर पीछे मुडक़र नहीं देखा। हरियाणा के साथ-साथ पपला राजस्थान में भी आतंक का पर्याय है।