Jaipur news । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में सोलर एनर्जी की अपार संभावनाएं है। यहां सूर्यकिरणों की प्रचुरता सोलर एनर्जी के विकास व उपयोग में सहायक है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर व बीकानेर में 1 लाख 25 हजार एकड़ जमीन सोलर प्रोजेक्ट के लिए उपयोगी है। वायु व सोलर एनर्जी की हमारी कुल क्षमता 25 हजार मेगावाट है। मुख्यमंत्री गहलोत शुक्रवार सवेरे तीसरे ग्लोबल रिन्युबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट एण्ड एक्सपो (री-इन्वेस्ट) के दूसरे दिन के पहले सत्र को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है राजस्थान इस आयोजन में पार्टनर स्टेट के रूप में भागीदारी कर रहा है। आशा करता हूं कि यह आयोजन देश-विदेश में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में हो रही खोज तथा विकास से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान में अहम भूमिका निभाएगा। इससे अक्षय ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े स्टेक होल्डर्स लाभान्वित होंगे।
गहलोत ने कहा कि जब सोलर पॉवर टेक्नोलॉजी का उदय हुआ, राजस्थान में भी हमने पहल की थी। उस समय हमने जिस प्रकार के फैसले किए, उसके कारण राजस्थान आज देश के अंदर अग्रणी राज्यों में है। दूसरे स्थान पर है। इतना इन्वेस्टमेंट-सोलर पॉवर प्रोडक्शन यहां हुआ है। तीसरे ग्लोबल रिन्युबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट एण्ड एक्सपो (री-इन्वेस्ट) में राजस्थान के अलावा गुजरात, उत्तरप्रदेश, त्रिपुरा, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शिरकत की।