
Jaipur News/अशफाक कायमखानी। हालांकि राजस्थान विधानसभा के चुनावनवम्बर दिसंबर-2023 मे होने है। समय से पहले चुनावी जोड़तोड़ करके प्रदेश मे आधार कायम करने के लिये हैदराबाद से बाहर निकल कर अनेक प्रदेशों मे पैर पसारने मे प्रयासरत असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के राजस्थान मे सक्रिय होने की चर्चा लगातार जारी रहने के बाद आखिरकार राजस्थान का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल आज हैदराबाद पहुंच चुका है।
जिसकी कल 26-अगस्त को दोपहर को हैदराबाद स्थित पार्टी दफ्तर दारुल इस्लाम मे सांसद असदुद्दीन ओवैसी के साथ राजस्थान मे पार्टी संगठन खड़ा करने व चुनावी रणनीति बनाने को लेकर मंथन होना बताया जा रहा है ।
राजस्थान के युवा एडवोकेट जावेद खान खींवासर के नेतृत्व मे आज हैदराबाद पहुंचे प्रतिनिधि मण्डल की कल आवेसी के साथ राजस्थान की राजनीति को लेकर होने वाली राजनीतिक मंथन बैठक मे पार्टी संगठन के गठन करने के अलावा प्रदेश की पचास से अधिक उन विधानसभा क्षेत्रो पर चर्चा भी हो सकती है।
जहां से कभी ना कभी मुस्लिम विधायक किसी ना किसी रुप मे रह चुके है। एवं डिलीमिटेसन के बाद 2008 मे नये तौर पर बने उन विधानसभा क्षेत्रो पर भी चर्चा हो सकती है जिनपर मुस्लिम मतदाता दलित व किसान वर्ग के उम्मीदवारों को एआईएमआईएम के निशान पर चुनाव जीता सकते है।
राजनीतिक सूत्र बताते है कि असदुद्दीन ओवैसी प्रदेश मे कुछ राजनीतिक दलो व बिरादरी नेताओं को साथ लेकर दलित-मुस्लिम व पीछड़ा वर्ग का गठजोड़ बनाकर प्रदेश मे भाजपा व कांग्रेस के मुकाबले तीसरा विकल्प मतदाताओं के सामने रखना चाहते है।
कुल मिलाकर यह है कि पिछले कुछ समय से एआईएमआईएम के दक्ष लोग राजस्थान की राजनीति व विकल्प पर गहन शोध करके एक रिपोर्ट तैयार की बताते है। उस रिपोर्ट पर कल शूरुआती दौर का मंथन हो सकता है।
एआईएमआईएम की बढती सक्रियता से राजस्थान मे मुस्लिम मतदाताओं को भाजपा के मुकाबले मे मात्र कांग्रेस का वोट बैंक मानकर चलने वाले कांग्रेस नेताओं के मन मे बैचेनी पैदा होना साफ देखा जा रहा है।