जयपुर/ राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता अभी नहही मिली है लेकिन प्रदेश के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में राजस्थानी भाषा में अध्ययन हो रहा है और विश्व मातृभाषा दिवस पर 20 फरवरी शनैवार को राजस्थान कृ सभी कालैज मे राजस्थानी मातृभाषा पर कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश राजस्थान सरकार ने दिए है ।
राजस्थानी भाषा को संवैधानिक भाषा का दर्जा भले ही नहीं मिल पा रहा है लेकिन राजस्थान सरकार ने इसे हर कॉलेज तक पहुंचाने का प्रयास शुरू कर दिया है। इस बार बीस फरवरी को राज्य के सभी कॉलेजों में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस को राजस्थानी में मनाने के आदेश दिए गए हैं। उच्च शिक्षा मंंत्री भंवर सिंह भाटी ने इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए हैं।
उच्च शिक्षा के संयुक्त सचिव मोहम्मद नईम ने सभी यूनिवर्सिटी के कुलपति और कुलसचिव को पत्र लिखकर विश्व मातृभाषा दिवस पर राजस्थानी भाषा में समारोह आयोजित करने के आदेश दिए हैं। दरअसल, यूनेस्को ने हर साल 21 फरवरी को विश्व मातृभाषा दिवस घोषित किया है। 21 फरवरी को रविवार का अवकाश होने के कारण 20 फरवरी को ही आयोजन होंगे। जो पूरी तरह राजस्थानी में करने होंगे।
राजस्थानी भाषा का संकल्प पारित
राजस्थान विधानसभा ने साल 2013 में राजस्थानी भाषा को संविधान की अनुसूचि में शामिल करने के लिए संकल्प पत्र पारित किया था। यह संकल्प केंद्र सरकार को भेजा गया लेकिन 8 साल बाद भी इस पर केंद्र सरकार की ओर से कोई निर्णय नहीं हुआ है। ऐसे में राजस्थानी भाषा का उपयोग सरकारी कामकाज में नहीं हो पा रहा है।
विदित है राजस्थानी भाषा को मातृभाषा घोषित करने के लिए डाॅ राजेन्द्र सिह बारेठ के नेतृत्व मे सगंठन लःबे समय फे प्रयासरत है ।