Jaipur news । राजस्थान में सोमवार को टोंक व करौली जिला भी उन जिलों में शामिल हो गया, जहां मृत मिले पक्षियों में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए हैं। भोपाल की रेफरल लैब को भेजे गए इन दोनों जिलों के नमूनों में एवियन इन्फ्लुएंजा का संक्रमण पाया गया है। इन्हें मिलाकर अब राज्य में बर्ड फ्लू प्रभावित जिलों की संख्या 15 हो गई हैं। प्रदेश में सोमवार शाम तक 371 पक्षी मृत मिले हैं, जिन्हें मिलाकर अब कुल मृतक पक्षियों का आंकड़ा 3321 हो गया है।
राज्य के झालावाड़ जिले से शुरु हुआ मृत परिन्दों के मिलने का सिलसिला सोमवार को 30 जिलों तक फैल गया है। इनमें से 15 जिलों के 235 नमूने अब तक जांच के लिए भोपाल स्थित रेफरल लैब को भेजे जा चुके हैं, जहां से 57 नमूनों में बर्ड फ्लू का संक्रमण होने की पुष्टि हो चुकी है। सोमवार शाम तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में 371 पक्षी मृत मिले हैं। इनमें 262 कौए, 34 कबूतर, 19 मोर तथा 56 अन्य पक्षी शामिल है। इन्हें मिलाकर अब तक प्रदेश के 30 जिलों में 3321 पक्षी असामयिक मौत के शिकार हो चुके हैं। इनमें 2551 कौए, 189 मोर, 190 कबूतर तथा 391 अन्य पक्षी शामिल है।
भोपाल स्थित रेफरल लैब से राज्य के पशुपालन विभाग को सोमवार को भेजी गई रिपोर्ट में झालावाड़ के पोल्ट्री सैम्पल्स की रिपोर्ट नेगेटिव बताई गई है। इसके साथ ही सीकर, भीलवाड़ा व चूरु जिले के मृत पक्षियें के सैम्पल्स की रिपोर्ट भी नेगेटिव बताई गई है। सोमवार को राज्य से राजधानी जयपुर के 4 सैम्पल भेजे गए हैं। प्रदेश में बर्ड फ्लू के लिहाज से जिन जिलों को पॉजिटिव माना गया हैं, उनमें राजधानी जयपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, पाली, सिरोही, कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, टोंक, करौली व प्रतापगढ़ जिला शामिल है।