नई दिल्ली/ राजस्थान में सियासी घमासान के बीच राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के लिए आलाकमान के निर्देश पर विधायकों से रायशुमारी करने आए पर्यवेक्षकों से अनुशासनहीनता और आलाकमान के दिशा निर्देशों की पालना नहीं करने तथा बगावत करने के मामले में आज पर्यवेक्षकों ने आलाकमान सोनिया गांधी को 9 पेज की रिपोर्ट पेश कर दी है ।
इस रिपोर्ट में गहलोत को क्लीन क्लीन चिट दी गई है और यूडीएच मंत्री धारीवाल सहित 3 को अनुशासनहीनता का दोषी करार देते हुए उनको नोटिस जारी किया गया है।
विदित है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद आलाकमान ने नामांकन दाखिल करने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत सीएम का पद छोड़ने और उनके स्थान पर सचिन पायलट को नया सीएम बनाने के लिए विधायकों से रायशुमारी करने के लिए आलाकमान ने राजस्थान के प्रभारी अजय माकन और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खड़े को को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था ।
लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक मंत्री और विधायकों ने परीक्षकों द्वारा बुलाई गई बैठक का बहिष्कार कर उसी दिन समानांतर बैठक बुलाकर आलाकमान के निर्देश और पर्यवेक्षकों की बात मानने से इनकार करते हुए एक लाइन का प्रस्ताव की जगह सशर्त एक प्रस्ताव पारित करने की बात कही जिसे आलाकमान ने और परीक्षकों ने इंकार कर दिया।
यही नहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खासम खास यूडीएच मंत्री शांतिलाल धारीवाल के आवास पर गहलोत समर्थक मंत्रियों और विधायकों की बैठक हुई जिसमें 90 जने शामिल हुए थे और सभी ने सामूहिक इस्तीफे तक की बात हुई कर दी थी।
इस घटनाक्रम से पर्यवेक्षक काश कि नाराज हो गए थे और अजय माकन ने तो मीडिया के सामने उसकी नाराजगी तक दायर कर दी इस घटनाक्रम से आलाकमान अकाश सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी गहलोत से और विधायकों व मंत्रियों से काफी खफा हो गए और बिना विधायकों से रायशुमारी और वन टू वन के बगैर दिल्ली लौट गए और आज दोनों पर्यवेक्षकों ने नो पृष्ठ रिपोर्ट सोनिया गांधी आलाकमान को सुपुर्द की है।
सूत्रों के अनुसार इस रिपोर्ट में पर्यवेक्षकों ने तकनीकी तौर पर अशोक गहलोत को क्लीन चिट देते हुए उन्हें घटनाक्रम के लिए कहीं जिम्मेदार नहीं ठहराया और यूडीएच मंत्री शांतिलाल धारीवाल प्रताप सिंह खाचरियावास और धर्मेंद्र राठौड़ के अलावा कुछ और भी नेताओं के नाम इस सूची में हो सकते हैं जिनके खिलाफ कार्यवाही की अनुशंसा की गई है।
9 पेज की रिपोर्ट में पर्यवेक्षकों ने सिलसिलेवार रूप से घटनाक्रम का उल्लेख किया है पूरी रिपोर्ट को दो भागों में विभाजित किया गया पहले भाग में पूरा घटनाक्रम बताया और दूसरे भाग में अनुशासन तक कार्रवाई की सिफारिश की गई है के अनुसार यूडीएच मंत्री शांतिलाल धारीवाल महेश जोशी धर्मेंद्र राठौर प्रताप सिंह खाचरियावास को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
पार्टी हित के खिलाफ काम करने के लिए नोटिस जारी हुआ इस नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि विधायक दल की बैठक से पहले समानांतर बैठक करने वाले यह सभी नेता अशोक गहलोत के करीबी हैं