राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पलटवार

Dr. CHETAN THATHERA
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मुख्यमंत्री इसे कानून का राज कहते हैं, जहां 6 लाख 51 हजार से अधिक मुकदमे, धौलपुर में महिला से उसके पति और बच्चों के सामने सामूहिक बलात्कार, अजमेर में किशोरी की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या, धौलपुर में कांग्रेस विधायक व उनके साथ बदमाशों ने इंजीनियर के पैर तोड़ दिये, रोजाना औसतन 18 दुष्कर्म-गैंगरेप के मामले:डॉ. पूनियां

जयपुर। जाति, धर्म के नाम पर तुष्टिकरण की राजनीति कांग्रेस की देन है, जो उसने देश की सत्ता में रहते हुये 50-55 वर्षों तक की, आज भी कांग्रेस यह राजस्थान में कर रही है।

कांग्रेस सरकार राजस्थान में इस कदर तुष्टिकरण कर रही है, जिसमें बहुसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं, और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दंगा, उपद्रव होने के बाद खुद की सरकार की विफलताओं को छिपाने, कांग्रेस की जाति-धर्म की राजनीति से ध्यान भटकाने के लिये प्रेस कांफ्रेंस करते हैं, जिसमें वह झूठ का पुलिंदा परोसते हैं, भाजपा व केन्द्र सरकार पर झूठे आरोप लगाकर इतिश्री कर लेते हैं, जो उनकी आदत बन चुकी है।

यह बात मीडिया भी अच्छे तरह से जान चुका है कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था को संभालने, आमजन, बहन-बेटियों को सुरक्षित वातावरण देने में पूरी तरह विफल अशोक गहलोत सिर्फ रटी-रटाई बातें बोलते हैं, जो उनको दिल्ली दरबार में गांधी परिवार को खुश करने व अपनी कुर्सी बचाने के लिये कहना पड़ता है।

कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार के शासन में ना बहुसंख्यक हिन्दु सुरक्षित हैं, ना बहन-बेटियां, ना सरकारी कर्मचारी। प्रदेश की कानून व्यवस्था के इतने बुरे हालात हैं कि जमीनी स्थिति देखें तो अशोक गहलोत ने विधायकों को खुली छूट दे रखी है, अपने-अपने क्षेत्रों में जो करना मनमर्जी करिये, पुलिस-प्रशासन को लाचार कर रखा है, कांग्रेस सरकार में इनके विधायकों द्वारा अपने क्षेत्रों में पुलिस-प्रशासन पर दवाब बनाकर मनमर्जी, तानाशाही चल रही है।

सरकार गिरने के डर से अशोक गहलोत इतने मजबूर हैं कि इन्होंने विधायकों को करप्शन की भी खुली छूट दे रखी है, और सरकार को समर्थन देने के लिये इन्होंने विधायकों को प्रलोभन दिये, इस बारे में इनके वरिष्ठ नेता व मंत्री महेन्द्रजीत मालवीया भी कह चुके हैं। कानून व्यवस्था के मामले में हर जिले की स्थिति खराब हो चुकी है, ऐसा लगता है जैसे अपराधियों, भूमाफियों का राज है, जिसको कांग्रेस सरकार का संरक्षण प्राप्त है।

प्रदेश में जब हिन्दुओं पर हमले, अत्याचार होते हैं तो बतौर मुख्यमंत्री व गृहमंत्री अशोक गहलोत विफल नजर आते हैं, पुलिस का इकबाल पूरी तरह खत्म हो चुका है, अशोक गहलोत ना तो हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर पा रहे हैं और उपद्रव होने बाद दोषियों को बचा लिया जाता है, पीड़ित न्याय के लिये भटकते रहते हैं।

अभी करौली में नव संवत्सर (हिन्दू नववर्ष) पर हिन्दुओं की रैली पर समाज कंटकों ने पूर्व नियोजित हमला किया, इससे पहले बारां जिले के छबड़ा में भी दुकानों को जला दिया गया, जिसमें करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ, आज तक मुआवजा नहीं दिया, अपराधियों पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

कांग्रेस आलाकमान गांधी परिवार को प्रसन्न रखने व उनकी नजरों मे अपने नंबर बढ़ाने के लिये अशोक गहलोत तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं, सिलेक्टिव राजनीति करते हैं, जिसमें राजस्थान के पीड़ित हिन्दू परिवार आज भी न्याय के लिये दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं, जिसमें अलवर, झालावाड़ में मॉब लिंचिंग के मामले, प्रदेश के मेवात, टोंक इत्यादि जिलों में हिन्दुओं पर बढ़ते अत्याचार इन सब मामलों में आर्थिक संबल तो दूर की बात है, सुरक्षा व न्याय भी नहीं मिला।

अशोक गहलोत जी अपने आपको गांधी कहते हैं, सदभाव की, शांति की बातें कहते हैं, तो फिर आपका जमीर, संवेदशीलता, राजधर्म कहां चला गया कि, बहुसंख्यक हिन्दू आबादी वाले राजस्थान में हिन्दू ही सुरक्षित नहीं है, कभी धार्मिक यात्रायों पर हमले होते हैं, दुकानें जला दी जाती हैं, हिन्दु त्योहारों के दौरान कई जिलों में धारा-144 लगा दी जाती है, अब जब हिन्दुओं को न्याय की बात आती है तो अशोक गहलोत भाजपा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, गृहमंत्री  अमित शाह जी पर झूठे आरोप लगाकर अपने पापकर्मों को ढंकने की कोशिश करते हैं, जिसमें कभी सफल नहीं होंगे।

प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी की लोकप्रियता व जनकल्याणकारी योजनाओं से सभी वर्गों को मिल रहा लाभ कांग्रेस व इनके नेताओं का पच नहीं रहा है, इसलिये इनके पास षडयंत्र व झूठ बोलने के अलावा कोई दूसरा काम नहीं है।

मुख्यमंत्री कहते हैं कि प्रदेश में कानून का राज, जनता सब जानती है, बार-बार झूठ बोलने से झूठ सच नहीं हो जायेगा। आप इसे कानून का राज कहते हैं जहां तीन वर्ष से अधिक के कांग्रेस सरकार के शासन में 6 लाख 51 हजार से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, पिछले एक वर्ष में लगभग 7 हजार दुष्कर्म-गैंगरेप के मामले, धौलपुर में दलित महिला से उसके पति और बच्चों के सामने ही सामूहिक बलात्कार, अजमेर में किशोरी की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या, धौलपुर में कांग्रेस विधायक की मौजूदगी में उनके साथ बदमाशों ने विद्युत निगम के इंजीनियर को कमरे में बंद कर लाठियों से पीट पीटकर पैर तोड़ दिये, कांग्रेस के एक विधायक के पुत्र पर नाबालिग से गैंगरेप का केस दर्ज है, राजस्थान में औसतन हर 2 घंटे में एक बालिका का अपहरण, रोजाना औसतन 18 दुष्कर्म-गैंगरेप के मामले हो रहे हैं l

क्या इसे अशोक गहलोत कानून का राज कहते हैं, शर्म आनी चाहिये, और थोड़ी सी नैतिकता बची है तो मुख्यमंत्री व गृहमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिये, नहीं तो 2023 में जनता आपकी और कांग्रेस की परमानेंट विदाई राजस्थान से कर ही देगी।

मुख्यमंत्री की वीसी में प्रदेश के डीजीपी को भरतपुर रेंज आइजी को यह कहना पड़ा कि धौलपुर में इंजीनियर के साथ मारपीट मामले में अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? किसी से डरने की जरूरत नहीं है। इसी वीसी में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि, यहां कोई सिस्टम नहीं है, पुलिस का इकबाल खत्म हो रहा है। कोई किसी से भी ऑर्डर ले लेता है।

यह सब क्या है बतायें अशोक गहलोत जी, जवाब दीजिये प्रदेश की जनता को, आपकी उपलब्धि सिर्फ भ्रष्टाचार, अपराध को बढ़ावा देने के अलावा कुछ नहीं है।

मुख्यमंत्री मीडिया को बार-बार टारगेट करते हैं, कभी किसी समाचार पत्र पर, कभी किसी न्यूज चैनल पर आरोप लगा देते हैं, आप अपनी शासन व्यवस्था को सुधारिये, कानून व्यवस्था को ठीक करिये, रोजगार दीजिये, पेपर लीक होने से रोकिये इत्यादि, मीडिया को अपना काम करने दीजिये, कोविडकाल में भी भ्रष्टाचार के मामलों का खुलासा करने पर आपने मीडिया को कोसा, डराया-धमकाया, मीडिया पर दवाब बनाना बंद करिये।

पूरे देश को याद है तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी ने देश पर इमरजेंसी थोपी, जिसमें मीडिया पर भी पाबंदी लगाई गई, और अशोक गहलोत लोकतंत्र की दुआई देते हैं, जबकि देश में विभिन्न राज्य सरकारों को गिराने के लिये कांग्रेस ने देश की सत्ता में रहते हुये 100 से अधिक बार 356 का दुरुपयोग किया।

कांग्रेस शासन में रोजगार को लेकर भी प्रदेश के हालात बहुत खराब हैं, 32 प्रतिशत से अधिक बेरोजगारी दर के साथ राजस्थान में देश में सर्वाधिक बेरोजगारी है, करीब 30 लाख रजिस्टर्ड बेरोजगारों में से 02 लाख को भी बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा है, भत्ता लेने के लिये भी इंटर्नशिप अनिवार्य कर दी है, जिससे युवा इस स्कीम से दूरी बना रहे हैं।

विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में लगभग 70 लाख युवा परीक्षा दे चुके हैं, जिनमें एक लाख को भी नौकर नहीं दी, तीन वर्षों के बजट में लगभग तीन लाख नौकरियां देने का वादा किया चुका है, लेकिन 50 हजार को भी नौकरी नहीं दी, जिसका सबसे बड़ा कारण बार-बार परीक्षाओं के पेपर लीक, हाल ही में रीट पेपर लीक हुआ।

इस तरह कांग्रेस सरकार के संरक्षण में संगठित नकल गिरोह पनप चुका है, जिसमें कांग्रेस से जुड़े राजीव गांधी स्टडी सर्किल के लोगों का भी हाथ है, अशोक गहलोत इस सर्किल के चेयरमैन हैं, इस मामले में सिर्फ छोटी मछलियों को ही पकड़ा है, बड़े मगरमच्छों को पकड़ते ही सरकार में बड़े पदों पर बैठे लोग भी जेल जायेंगे, इस मामले की सीबीआई जांच होने से ही निष्पक्ष जांच हो सकेगी, युवाओं को न्याय मिल सकेगा।

उत्तरप्रदेश में  योगी आदित्यानाथ के शासन में बुलडोजर अपराधियों, भू-माफियाओं पर, नकल माफियाओं की संपत्ति पर चलता है, और कांग्रेस सरकार में राजस्थान में बुलडोजर अपराधी चला रहे हैं और सरकार का अपराधियों को संरक्षण है, यह अंतर है उत्तरप्रदेश और राजस्थान की कानून व्यवस्था में।

2018 में कांग्रेस के अंतरराष्ट्रीय नेता राहुल गांधी ने राजस्थान की जनसभाओं में यह वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार बनने के 10 दिन के अंदर किसानों का पूरा कर्जा माफ करेंगे, लेकिन 03 वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी प्रदेश के लगभग 60 किसान कर्जमाफी के इंतजार में हैं, जिसके कारण उनकी जमीनें नीलाम हो रही हैं, कर्ज-तंगी के कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं। किसानों के साथ इससे बड़ा धोखा-छलावा नहीं हो सकता हैl

2023 में किसान, युवा, महिलायें, बहन-बेटियां कांग्रेस का ऐसा सफाया करेंगे कि मोटरसाइकिल की सवारी भी नहीं बचेंगी।

राजस्थान में अपराधी, बजरी माफिया, भू-माफिया पुलिस-प्रशासन और आम जनता पर आए दिन हमले कर कर रहे हैं, अशोक गहलोत वीसी और मीटिंगें कर प्रसन्न हो रहे हैं, जबकि अपराध बेकाबू, अपराधियों के हौसले बुलंद, बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म-गैंगरेप, किसानों के साथ कर्जमाफी के नाम पर वादाखिलाफी, इत्यादि ये हकीकत है गहलोत सरकार के शासन की।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम