जयपुर।भाजपा में प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद शुरू हुई बगावत अब थमने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ वरिष्ठ नेताओं ने डेमेज कंट्रोल के प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस कडी में मंगलवार को दिनभर मुख्यमंत्री निवास पर विधायकों और मंत्रियों का जमावडा लगा रहा वहीं भाजपा नेता अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री निवास के बाहर की शक्ति प्रदर्शन करते रहे।
इधर, नागौर से हबीबुर्ररहमान, डूंगरपुर से देवेन्द्र कटारा और सागवाडा से अनिता कटारा ने भी पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लडने की घोषणा कर दी है।
प्रियंका और हबीब ने दिया इस्तीफा
टिकट नहीं मिलने से नाराज बाडमेर यूआईटी की चेयरपर्सन एवं भाजपा नेता प्रियंका चौधरी ने मंगलवार को यूआईटी और भाजपा से इस्तीफा दे दिया। प्रियंका किसान नेता एवं पूर्व विधायक गंगाराम चौधरी की पोती है। भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में प्रिंयका को टिकट दिया था। इस बार प्रियंका की जगह सांसद कर्नल सोनाराम को मैदान में उतारा गया है।
टिकट कटने से खफा नागौर विधायक हबीबुर्रहमान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हबीबुर्रहमान ने अपना इस्तीफा प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी को इ-मेल के जरिए भेजा है। लेटरपैड पर भेजे गए इस्तीफे में प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी की जगह प्रभुलाल सैनी लिख दिया गया। इसके बाद यह रिजाइन लैटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बाद में विधायक के कार्यकर्ताओं ने इसे तकनीकी खामी बताते हुए कहा कि इस्तीफा मदनलाल सैनी को ही मेल किया गया है।
डूंगरपुर सागवाडा में ठोकी ताल
डूंगरपुर और सागवाड़ा के विधायकों ने भी मंगलवार को मैदान में ताल ठोकते हुए बगावत का बिगुल बजा दिया है। डूंगरपुर विधायक देवेन्द्र कटारा ने समर्थकों के साथ बैठक कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया। भाजपा पिछली बार भी यहां प्रत्याशी बदलते हुए देवेन्द्र कटारा को नए चेहरे के रूप में सामने लाई थी, इस बार भी पार्टी ने यहां से मौजूदा विधायक को बदलते हुए नए चेहरे के रूप में जिला प्रमुख माधवलाल वरहात का टिकट दिया हैण्
दूसरी तरफ डूंगरपुर जिले की सागवाड़ा विधायक अनिता कटारा ने बगावत का झंडा बुलंद करते हुए निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा की है।
अनिता कटारा पूर्व मंत्री कनकमल कटारा की पुत्रवधू है, वर्ष 2013 में कनकमल कटारा की जगह नए चेहरे के रूप में अनिता कटारा को मैदान में उतारा गया था। उसके बाद से अनिता कटारा के अपने ससुर कनकमल कटारा से मतभेद हो गए है। सूत्रों का कहना है कि कनकमल कटारा भी अनिता कटारा को टिकट दिए जाने के फेवर में नहीं थे, इस बार पार्टी ने यहां से पूर्व प्रधान शंकरलाल डेचा को टिकट दिया है, अनिता बुधवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगी।