Jaipur News। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का दो दिवसीय दौरा पूर्ण हो गया, लेकिन दौरा पूरा होने के साथ ही बहुत सारे विवाद भी छोड़ गया। इस विवाद के बाद कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने राहुल गांधी और अशोक गहलोत को आड़े हाथों ले लिया है और सचिन पायलट को मथच से उतारने का मामला आब तूल पकडने लगा है और कहीं यह मामला कांग्रेस के आतामघाती बम नही बन जाए।
एक तरफ जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच की अंतर के लिए खुलकर सामने आ गई तो दूसरी तरफ से अजमेर की रूपनगढ़ में सचिन पायलट को राहुल गांधी के मंच से उतारे जाने का मामला भी तूल पकड़ने लगा है।
इस मामले को लेकर कांग्रेस के ही नेता और प्रियंका वाड्रा गांधी के अध्यात्मिक गुरु कहे जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी अशोक गहलोत और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्विटर पर लिखा है कि
किसानों की “पंचायत” में किसान नेता को मंच से उतार कर किसानों का भला कैसे हो पायेगा, सवाल सचिन पायलट की तौहीन और इज़्ज़त का नहीं है, सवाल कांग्रेस के “भविष्य”
का है.@RahulGandhi @ashokgehlot51 @SachinPilot.— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) February 14, 2021
“किसानों की “पंचायत” में किसान नेता को मंच से उतार कर किसानों का भला कैसे हो पायेगा, सवाल सचिन पायलट की तौहीन और इज़्ज़त का नहीं है, सवाल कांग्रेस के “भविष्य” का है।”
आचार्य प्रमोद कृष्णम के इस ट्वीट के बाद राजनीति में हड़कंप मचा हुआ है, खासतौर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे के भीतर हलचल पैदा हो गई है, क्योंकि रूपनगढ़ में राहुल गांधी के साथ मंच पर केवल अशोक गहलोत को ही चढ़ने की अनुमति दी गई थी।
इससे पहले 2 दिन पूर्व ही आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक ट्वीट करके सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया था, जब भरतपुर में किसान महापंचायत के वक्त सचिन पायलट के टि्वटर हैंडल पर एक वीडियो अपलोड किया गया था, जिसमें पायलट को सुनने के लिए लाखों लोगों की भीड़ एकत्रित हुई थी।
दरअसल, रूपनगढ़ में ट्रॉलियों के ऊपर एक मंच बनाया गया था, जिस पर राहुल गांधी के पहुंचने के बाद बकायदा माइक पर आवाज देकर कहा गया कि इस मंच पर केवल राहुल गांधी और अशोक गहलोत ही होंगे, बाकी सभी नेता नीचे उतर जाएं।
इस तरह से सचिन पायलट को राहुल गांधी के साथ मंच पर नहीं चढ़ने देने को लेकर उपस्थित युवाओं के द्वारा जबरदस्त नारेबाजी भी की गई थी। इस किसान महापंचायत में पायलट को लेकर उनके समर्थकों के द्वारा अशोक गहलोत की खिंचाई भी सोशल मीडिया पर खूब हुई है।