
कुरआन की तिलावत ने माहौल में घोली रूहानियत
जयपुर। रामगढ़ रोड स्थित जामिया तुल हिदाया में विश्वस्तरीय किरत कुरान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें देश-विदेश से इस्लामी विद्वान शामिल हुए। प्रतियोगिता में कुरान शरीफ की किरत का कंपटीशन आयोजित किया गया।
बाद नमाज मगरिब शुरू हुए किरात कुरान करीम प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में इस्लामी स्कॉलर शामिल हुए। वहीं देश व दुनिया के कारी हजरात ने समारोह में हिस्सा लेकर अपने कलाम पेश किए।
विश्व स्तरीय इस कुरान किरत कंपटीशन में मिस्र के शेख अब्दुन्नासिर हरक, कारी सिद्दीक फलाही, कारी अब्दुल अजीज फलाही, कारी रियाज नदवी, कारी हिदायतुल्लाह फुरकानी, कारी इरशाद कासमी आदि ने अपने कलाम पेश करने के साथ कुरान किरआत में भाग लिया।
कार्यक्रम आयोजक एवं जामिया तुल हिदाया के प्रबंध निदेशक हजरत मौलाना फजलुर रहीम मुजद्दिदी ने सभी का गर्मजोशी के साथ इस्तकबाल किया।
वहीं उन्होंने कार्यक्रम की अहमियत बताते हुए जामिया तुल हिदाया के इतिहास व इस दौरान आए उतार-चढ़ाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने जामे तुल हिदाया में कुराने पाक की दी जा रही तालीम पर विस्तार से प्रकाश डाला। हबीबुर रहीम ने सभी अतिथियों एवं आगंतुकों का इस्तकबाल किया।
नातिया कलाम व कुरान किरात से लोगों के दिलों को किया रोशन
कार्यक्रम के सह संयोजक डॉ. समरा सुल्ताना एवं मोहम्मद शोएब के अनुसार इस कुरान किरत कंपटीशन में देश के मशहूर नआत ख्वां ने अपने नातिया कलाम पेश किए।
साथ ही कुरान किरात से मिस्र के मशहूर कारी और मुल्क के आलमी शोहरत याफ्ता कुर्रा हजरात ने अपनी तिलावत से लोगों के दिलों को रोशन किया।
देर रात तक चला कार्यक्रम
जामिया तुल हिदाया में कार्यक्रम के लिए बनाए गए विशाल पांडाल में बड़ी संख्या में इस्लामिक विद्वान नजर आए।
इस दौरान उनकी खिदमत में सेवक भी जुटे रहे। वहीं कारी हजरात ने अपनी किरअत व कलाम के जरिए श्रोताओं को शनिवार देर रात तक पांडाल में जमे रहने को मजबूर किया।
कड़ाके की सर्दी के बावजूद दूर-दूर से आए अकीदतमंद एवं वरिष्ठजन पांडाल में अनुशासन के साथ मुकर्रिर को देर रात तक सुना। कार्यक्रम समापन पर हबीबुर्रहीम ने सभी आगन्तुकों का शुक्रिया अदा किया।