प्रतियोगी परीक्षाओं के स्थगन पर भाजपा हुई गहलोत सरकार के खिलाफ आक्रामक

Dr. CHETAN THATHERA
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Jaipur News । राजस्थान में पटवार, जूनियर इंजीनियर, चिकित्सा अधिकारी, एनटीटी और लाइब्रेरियन सहित अन्य कई भर्ती परीक्षाएं स्थगित होने पर प्रदेश की सियासत तेज हो गई है। प्रतियोगी परीक्षाओं के स्थगन पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सोशल मीडिया पर गहलोत सरकार के खिलाफ हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ व राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने इसे बेरोजगारों के हितों पर कुठाराघात बताया है।

भाजपा ने इसे सरकारी नौकरियों का सपना संजोए बैठे लाखों बेरोजगारों के साथ बड़ा धोखा व खिलवाड़ बताया। इसमें प्रशासन की विफलता से लेकर बेरोजगारों के दर्द का मुद्दा उठाते हुए कहा गया है कि नौकरी के नाम कांग्रेस सरकार वादा खिलाफी न करें।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने लिखा कि बीजेपी सरकार ने लाखों युवाओं को रोजगार दिया और कांग्रेस ने वादाखिलाफी दी। पटवार, लाइब्रेरियन, जूनियर इंजीनियर सहित कई भर्ती परीक्षाओं में प्रशासनिक असंवेदनशीलता खुलकर सामने आई है। एक हमारी भाजपा सरकार थी। जिसने भर्ती का रिकार्ड बनाकर लाखों युवाओं को रोजगार दिया था। वहीं कांग्रेस सरकार है, जिसने नौकरी के नाम पर वादा खिलाफी दी है। सरकार विचार करें कि प्रशासनिक लापरवाही से युवाओं के दिल पर क्या गुजर रही होगी।
प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वे स्पष्ट करें कि जेईएन की 6 दिसंबर को आयोजित परीक्षा पेपर लीक होने से रद्द और पटवारी भर्ती परीक्षा प्रशासनिक कारणों से स्थगित हुई। आखिर आप रोजगार की तलाश में परिश्रम कर रहे अभ्यर्थियों से चाहते क्या हैं? राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने लिखा कि जेईएन भर्ती परीक्षा पेपर आउट होने से प्रताडि़त अभ्यर्थियों के साथ शुरु किए आंदोलन का आज सुखद अंत हुआ। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के परीक्षा रद्द होने से सभी युवाओं के संघर्ष की जीत हुई है। अब सरकार को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से हो ताकि मेहनती युवाओं का भरोसा बरकरार रहे। यदि कोताही बरती गई तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने लिखा कि सरकारी नौकरियों का सपना संजोए बैठे लाखों बेरोजगारों के साथ बड़ा धोखा व खिलवाड़ हुआ है। बेरोजगारों से आवेदन शुल्क के नाम पर भत्ता उठाने वाली सरकार परीक्षाओं को रद्द व स्थगित करके धोखा कर रही है। राज्य सरकार पिछले दो वर्ष से युवाओं के भविष्य के प्रति जरा भी गंभीर नहीं दिखी। भर्तियों का स्थगित होना सरकार की प्रशासनिक व्यवस्था के मुंह पर तमाचा है। बेरोजगारों की मेहनत पर सरकार की नाकामी ने पानी फेरने का काम किया है।
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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम