Jaipur :राज्य में जल्द ही कांग्रेससरकार(CongressGovernment) के मंत्रिमंडल(Cabinet) में फेरबदल के साथ विस्तार हो सकता है. मंत्रिमंडल के इस विस्तार में एक और डिप्टी सीएम(Deputy CM) बनाए जाने की भी चर्चा जोरों पर है। दिल्ली दौरे पर गए सीएम अशोक गहलोत(CM Ashok Gehlot )की रविवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi)से मुलाकात की संभावनाएं जताई जा रही हैं। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद प्रस्ताव को मंजूरी मिली तो नवरात्र (Navratra) में ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार, सीएम अशोक गहलोत रविवार को दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं। इस दौरान सोनिया गांधी से संभावित मंत्रियों के नामों पर चर्चा के आसार हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में एक और डिप्टी सीएम भी बनाए जाने की भी चर्चा है। मंत्रिमंडल के विस्तार में बसपा से कांग्रेस में आए 6 विधायकों में 3 को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं, दो निर्दलीय विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
कुछ मौजूदा मंत्रियों को हटाया जा सकता है। वहीं, विधानसभा उपचुनाव से पहले कुछ प्रमुख पदों पर राजनीतिक नियुक्तियों की घोषणा भी हो सकती है, लेकिन यह सब सोनिया गांधी से प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने के बाद ही होगा।
सोनिया गांधी और सीएम अशोक गहलोत की मुलाकात के दौरान विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी घोषित करने को लेकर भी चर्चा होनी है. हालांकि, झुंझुनूं की मंडावा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक रीटा चौधरी और नागौर के खींवसर से हरेंद्र मिर्धा का नाम तय माना जा रहा है. दोनों अपने-अपने इलाकों में चुनाव प्रचार भी शुरू कर चुके हैं. सीएम गहलोत शनिवार को दिल्ली गए थे।
राजस्थान को लेकर हो रही इस हाई लेवल मीटिंग प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे (Avinash Pande) भी मौजूद हैं। सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले सीएम पांडे के साथ चर्चा कर रहे हैं। दोनों के बीच राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हो रही है । बसपा से आए विधायकों की औपचारिक कांग्रेस ज्वाइनिंग(Congress Joining) की भी योजना तैयार की जा रही है. इससे पहले हरियाणा कांग्रेस के कई नेता गहलोत से मुलाकात करने के लिए वहां पहुंचे थे।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में दो विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्टूबर को उपचुनाव होना है। मतगणना 24 अक्टूबर को होगी. इनमें मंडावा सीट पहले बीजेपी के पास थी। वहीं, खींवसर सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पास थी। इन दोनों के विधायक नरेन्द्र खीचड़ और हनुमान बेनीवाल बाद में लोकसभा चुनाव लड़कर सांसद बन गए। इससे ये दोनों सीटें खाली हैं। कांग्रेस की नजरें अब इन दोनों सीटों पर लगी है।