जयपुर।
जिसकी आशंका थी वहीं हुआ। प्रदेश में फिर सत्ता परिवर्तन हो गया और भारतीय जनता पार्टी की लगातार दूसरी बार सत्तारूढ़ होने की तमन्ना को जनता ने ना कह दिया और सत्ता की डोर वसुंधरा राजे के हाथ से छीन कांग्रेस को थमा दी। हालांकि जनता ने समझदारी दिखाते हुए न तो भाजपा से पूरी नाराजगी दिखाई और न ही कांग्रेस को पूरी तरह सिर पर चढ़ाया। बस सत्ता का हस्तातंरण करना था जो कर दिया, इस चेतावनी के साथ की सुधर जाओ और जनता के लिए काम करो।
मंगलवार को 199 सीटों के नतीजों में कांग्रेस ने 107 सीटों पर जीत दर्ज कर सत्ता की चाबी अपने हाथ में ले ली है। वहीं भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है और 163 से 73 पर सिमट गई। कांग्रेस ने पिछली बार मिली 21 सीटों में 86 सीटों में बड़ा इजाफा किया। इस बार भी यह मिथक नहीं टूट पाया कि एक बार भाजपा और अगली बार कांग्रेस की जीत।
नेता प्रतिपक्ष हारे
दिग्गजों में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने टोंक से भाजपा के युनूस खान को करारी शिकस्त दी वहीं सरदारपुरा से अशोक गहलोत, नाथद्वारा से सीपी जोशी,डीग कुम्हेर से विश्वेन्द्र सिंह,केकड़ी से सांसद रघु शर्मा एवं चुनाव पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए सांसद हरीश मीना, पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने जीत दर्ज की। टिकट वितरण को लेकर विवादों में आए कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी नोखा से चुनाव हार गए। वहीं उदयपुर से गिरिजा व्यास भाजपा के गुलाबचंद कटारिया से चुनाव हार गई।
अधिकांश मंत्री धराशाही
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालरापाटन से मानवेन्द्र सिंह को पटकनी देकर जीत दर्ज की लेकिन नम्बर दो के मंत्री युनूस खान, अरूण चतुर्वेदी,प्रभुलाल सैनी, श्रीचंद कृपलानी सहित अधिकांश मंत्रियों का सूपड़ा साफ हो गया। भाजपा अध्यक्ष रहे अशोक परनामी अपनी हार नहीं बचा पाए। जो मंत्री जीते भी तो बहुत कम अंतर से।
सांसद रघु शर्मा जीते, करण सिंह हारे
कांग्रेस सांसद रघु शर्मा ने बीजेपी प्रत्याशी राजेन्द्र भिनायका को हराया। वहीं उप चुनाव में सांसद बने करण सिंह यादव को किशनगढ़ बास से बसपा के दीपचंद ने 9 हजार 916 वोट से शिकस्त दी। चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए सांसद हरीश मीना ने देवली उनियारा से जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा के राजेन्द्र चौधरी को चुनाव हराया।
किरोड़ी का मिथक टूटा
पूर्वी राजस्थान में मीणा समाज के दिग्गज नेता किरोड़ीलाल मीणा का वर्चस्व टूट गया। सपोटरा से कांग्रेस के रमेश मीना ने अपने कट्टïर धुर विरोधी किरोड़ीलाल की पत्नी गोलमा देवी को 14 हजार 700 वोटों से हराकर जीत दर्ज की। वहीं महवा से किरोड़ी के भतीजे राजेन्द्र को भाजपा के बागी ओम प्रकाश हुड़ला ने हरा दिया। चूंकि राज्यसभा चुनाव से पहले किरोड़ीलाल बीजेपी में शामिल हुए थे और चुनाव प्रचार के आखिरी दिन दौसा में प्रधानमंत्री की सभा भी रखी गई लेकिन दौसा में भी भाजपा का सूपड़ा
राजे के ये मंत्री जीते
गुलाब चंद कटारिया
राजेन्द्र राठौड़
कालीचरण सराफ
वासुदेव देवनानी
अनीता भदेल
ये मंत्री चुनाव हारे
श्रीचंद कृपलानी
युनूस खान
प्रभुलाल सैनी
गजेन्द्र सिंह खीवसर
रामप्रताप
अरूण चतुर्वेदी
राजपाल सिंह शेखावत
अमरा राम चौधरी
ओटाराम देवासी
संसदीय सचिव सुशील कटारा
सबसे युवा व बुजुर्ग की जीत
कांग्रेस के टिकट पर युवा चेहरा रामनिवास गावडिय़ा ने परबतसर से भाजपा के मानसिंह किनसरिया को करारी शिकस्त दी है। गावडिय़ा 27 साल के है और अभी अविवाहित है।
भाजपा प्रत्याशी के रूप में विधानसभा अध्यक्ष 84 वर्षीय कैलाश मेघवाल ने शाहपुरा से रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की।
चुनाव परिणाम
वर्ष 2018 वर्ष 2013
कांग्रेस 100 21
भाजपा 70 163
अन्य 26 16