जयपुर
लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़कर नागौर से सांसद बने आरएलपी के हनुमान बेनीवाल और झुंझुनू से भाजपा सांसद बने नरेन्द्र खीचड़ ने मंगलवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया।
बेनीवाल शाम को चार बजे विधानसभा पहुंचे और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से मुलाकात कर विधायक पद से इस्तीफा दिया। इससे पहले साढ़े तीन बजे खींचड़ ने अपना इस्तीफा दिया। डॉ.जोशी ने नव निर्वाचित सांसद बेनीवाल और खीचड़ का विधायक पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया। बेनीवाल खींवसर और खीचड़ मंडावा से विधायक चुने गए थे। सांसद बनने के बाद किसी एक पद से 14 दिन के अंदर इस्तीफा देना का प्रावधान है। ऐसे में बेनीवाल ने मंगलवार को अपना त्यागपत्र दे दिया। दोनों सांसद अब विधानसभा की जगह संसद में अपने क्षेत्र के विकास को लेकर आवाज बुलंद करेंगे।
विधानसभा में संयोग है कि सभी 200 विधायक कभी एक साथ नहीं दिखे। चाहे किसी की मौत हो गई या फिर किसी के चुनाव लडऩे या अन्य कारण की वजह से कोई ना कोई सीट रिक्त हो जाती है। बेनीवाल ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी का बेटा चुनाव हार गए, वे परेशान है। उन्हें कुछ नहीं दिखता। वे लगे हुए है कि कुर्सी कैसे बचाई जाए। वहीं, डिप्टी सीएम पायलट मुख्यमंत्री बनने के लिए घूम रहे है कि मेरा परमोशन हो जाए। यहां कोई किसी की चिंता नहीं कर रहे, सिर्फ हम चिंता कर रहे है।