जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार रात एएसपी संजीव भटनागर की सास पुष्पा बिसारिया की हत्या और लूट के मामले का खुलासा हो गया है । जयपुर पुलिस कमिशनरेट की स्पेशल टीम ने लूट व हत्या की वारदात में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है । साथ ही पुलिस ने वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का दावा भी किया है ।
शुक्रवार देर रात जयपुर के मानसरोवर एमएलए क्वार्टर में हुई लूट और महिला की हत्या की वारदात का पुलिस ने दो दिन में ही खुलासा कर दिया है।
पुलिस ने इस वारदात में शामिल मास्टर माइंड मनीष समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है । पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी बादाम सिंह ,मनीष ,चन्ना ,गुड्डी और नंदनी है । पुलिस कमिशनर संजय अग्रवाल ने मामले का खुलासा कर अन्य आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है ।
मालूम हो कि बीते शुक्रवार देर रात मानसरोवर इलाके के एक खिड़की की ग्रिल तोड़कर मकान में दाखिल हुए तीन बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था । मौके पर महिला द्वारा विरोध करने पर बदमाश उसकी हत्या कर फरार हो गए थे । पीड़ित परिवार एसओजी में तैनात एएसपी संजीव भटनागर की सास का था । पुलिस अधिकारी से जुड़ा मामला होने के चलते जयपुर पुलिस कमिशनरेट ,एसओजी — एटीएस की करीब दो दर्जन टीमें मामले के खुलासे में लगी हुई थी । आखिर दबाव बढ़ता देख पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया ।
मामले का खुलासा करते हुए जयपुर पुलिस कमिशनर संजय अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने लूट और हत्या की वारदात का पर्दाफाश करते हुए कहा कि ये सभी आरोपी पारदी गैंग के सदस्य है। इससे पहले इसी गैंग ने जयपुर व झुंझुंनू में कई वारदातोें को अंजाम दिया है । उन्होंने बताया कि घटना के बाद मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया है ।
इस वारदात को मध्य प्रदेश के पारदी गैंग ने अंजाम दिया था और वारदात के बाद तीन में से दो झुंझुनूं जिले में जा छिपे थे । वारदात में शामिल बादाम सिंह देशी दवाईयां बेचने का काम करता है । जिसके जरिए ये कई शहरों में जाकर ऐसे बदमाशों को इक्ट्ठा करता है । जिसके बाद ये गैंग वारदातों का अंजाम दे फरार हो जाती है ।
लूट व हत्या के मामले में जयपुर पुलिस कमिशनरेट को सफलता मिली है । पुलिस कमिशनर ने वारदात का पर्दाफाश करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा भी किया है । लेकिन राजधानी में बढ़ती आपराधिक वारदातों को लेकर फिर एक बार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे है ।