जयपुर/ भीलवाडा/ सरकार की पीएम श्री योजना अर्थात प्राइम मिनिस्टर स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया योजना के तहत राजस्थान के 716 सरकारी स्कूलों की कायापलट होगी इनमें हर जिले के हर ब्लॉक से दो स्कूलों को शामिल किया गया है ।
भीलवाड़ा में भी 14 ब्लॉक से 28 स्कूलों को इस योजना में शामिल किया गया है। इस योजना से सरकारी स्कूलों का शिक्षा का स्तर मैं गुणात्मक रूप से काफी और बेहतरीन सुधार होगा ।
हर जिले में 1 ब्लॉक से 2 स्कूलों को शामिल किया जाएगा इनमें एक स्कूल प्रारंभिक शिक्षा का और दूसरा स्कूल माध्यमिक शिक्षा का होगा।
स्कूलों द्वारा ऑनलाइन चैलेंज पोर्टल से आवेदन किया जाएगा पोर्टल 14 अक्टूबर से शुरू होगा और 30 अक्टूबर तक चलेगा भीलवाड़ा जिले में 14 ब्लॉक है।
इनमें से प्रत्येक ब्लॉक में 2 स्कूलों के अनुसार 28 स्कूलों का इसमें चयन होगा चयन के लिए आठ मापदंड बिंदु निर्धारित किए गए हैं जो इस प्रकार है।
स्कूल भवन मजबूत होना चाहिए
सुरक्षा मापदंडों के अनुसार निर्मित बाधा मुक्त होना चाहिए।
सुरक्षा उन्मुख तथा सुरक्षा उपकरण उपाय के लिए समुचित व्यवस्था होनी जरूरी
स्कूल में नामांकन अनुमानित नामांकन से अधिक होना जरूरी
छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय होना चाहिए
शिक्षकों और स्टाफ के लिए फोटो आईडी कार्ड होना जरूरी है
बिजली की समुचित व्यवस्था होना जरूरी
पुस्तकालय और पुस्तकालय कॉर्नर तथा खेलकूद के सभी उपकरणों और समुचित मैदान की व्यवस्था
योजना के तहत स्कूल अपग्रेड होंगे और इसका फायदा विद्यार्थियों की शिक्षा में देखने को मिलेगा शिक्षण व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ स्कूलों में फैकल्टी अर्थात शिक्षक व्यवस्था भी बढ़ेगी और शिक्षा में सुधार होगा।
क्या हैं PM श्री योजना
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जून 2022 में पीएम श्री योजना की शुरुआत की घोषणा की थी। स्कूलों के लिए नया इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के बजाय पुराने सरकारी स्कूलों को ही अपग्रेड करेंगे।
संचालन केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की गाइडलाइन पर होगा। जरूरत के अनुसार सरकारी स्कूलों के परिसर और ढांचे को सुंदर बनाया जाएगा।
किताबों के अलावा प्रैक्टिकल से सिखाने पर जोर
यह योजना 2022-23 से 2026-27 तक के लिए मंजूर हुई है। 5 साल के लिए 27 हजार 360 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान है। राजस्थान के लिए लगभग 1500 करोड़ रुपए बजट का प्रावधान है।
पीएम श्री स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने का एक आधुनिक, परिवर्तन लाने वाला और समग्र तरीका होगा। अत्याधुनिक लैब स्थापित की जाएगी, ताकि विद्यार्थी किताबी ज्ञान के अलावा प्रैक्टिकल से सीख सके। प्री-प्राइमरी और प्राइमरी के बच्चों में खेल पर फोकस किया जाएगा। उनमें शारीरिक विकास भी हो सके।
अनुसंधान परक और सीखने को केंद्र में रखकर शिक्षा प्रदान करने के तरीके पर विशेष जोर रहेगा।
यू-डाइस प्लस डाटा के आधार पर स्कूलाें का चयन होगा।
‘पीएम श्री योजना’ के तहत अपग्रेड किए जाने वाले स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सभी घटकों की झलक दिखाई देगी और ये मॉडल स्कूलों की तरह कार्य करेंगे। इसके अतिरिक्त अन्य स्कूलों का मार्गदर्शन भी करेंगे।
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के अनुसार विद्यालय चयन प्रक्रिया त्रिस्तरीय होगी। यू-डाइस प्लस डाटा के आधार पर स्कूलाें का चयन होगा। योजना के तहत निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाले स्कूल चयनित होंगे।