
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद राजस्व मंत्री रामलाल जाट की और से भी निकम्मा शब्द के बयान पर पायलट कैंप के चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने असहमति जताई है। पीसीसी में मीडिया से बात करते हुए सोलंकी ने कहा कि मंत्री जाट में जो बयान दिया है, मैं उससे पूरी तरह सहमत नहीं हूं।
जो उन्होंने कहा है वह सब कुछ सही कहा है, यह सच नहीं है। सबके अपने-अपने विचार हो सकते हैं। राजनीति में हर व्यक्ति की अपनी गरिमा होती है। इसमें कोई शक नहीं है कि हमारी जितनी उम्र है उतनी तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजनीति कर चुके। उदयपुर घटना हो या कोई अन्य घटना हो, राजस्थान की जनता सब देख रही है।
पीसीसी में जनसुनवाई के दौरान कार्यकर्ताओं की शिकायतों पर कहा कि जनसुनवाई में कई वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता भी अपनी समस्याओं को लेकर आए। वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए विधायक की डिजायर अनिवार्य नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस के जितने भी पुराने वरिष्ठ कार्यकर्ता है। चाहे वह पूर्व प्रधान हो या पूर्व पदाधिकारी हो या अन्य और कोई हो। मंत्री विधायकों को उनके सीधे काम करने चाहिए।
उदयपुर की घटना को लेकर रामलाल जाट ने कहा कि नुपुर शर्मा यह बयान नही देती थी तो कन्हैयालाल जिंदा होता। भाजपा के नेताओ के बयान भड़काने वाले आते है। ऐसा कानून बनना चाहिए ताकि धार्मिक भावनाऐ भड़काने वालो को कड़ी कार्रवाई की जाए।
केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र शेखावत को सीएम अशोक गहलोत के निकम्मा कहने पर जाट ने उनके बयान पर सहमति जताई। जाट ने कहा कि गहलोत ने सही कहा है,जो काम नहीं करता वो निकम्मा होता है। पीसीसी में आई फरियादो पर कहा कि पीसीसी में जनसुनवाई के माध्यम से लोगो की सुनवाई हो रही है। तबादले से सबंधित एप्लीकेशन भी सामने आई है। जिसमे शिक्षा विभाग की सर्वाधिक एप्लीकेशन है।
वही रामलाल जाट ने घटना के विरोध में घर पर तिरंगा झंडा लहराए जाने को लेकर अब कैबिनेट मंत्री और उदयपुर जिले के प्रभारी मंत्री रामलाल जाट का बड़ा बयान सामने आया है।लोगों के हर घर मे तिरंगा लहराने के बयान पर जाट ने कहा कि तिरंगा हर छत पर तब फहराना चाहिए था, जब कोई युद्ध की स्थिति होती। हिंदुस्तान पाकिस्तान या चीन के साथ युद्ध नही हो रहा कि भाजपा ऐसी बात कर रही है।