Jaipur News – एक 10 वर्षीय बालिका ने अपनी ही सहपाठी 12 वर्षीय छात्रा की हत्या कर दी। पेन के मामूली विवाद के चलते सरिये से वार कर हत्या करना सामने आया है। यही नही हत्या का राज़ छुपाने के लिए बालिका के माता पिता ने भी उसका सहयोग किया। पुलिस ने माता पिता को भी गिरफ्तार कर लिया है।
ये है पूरा मामला
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रथम अशोक गुप्ता ने बताया कि चाकसू के बड़ली गांव में बुधवार कक्षा 8 की छात्रा घर से लापता हो गई। इसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी। इस पर परिजनों व पुलिस ने रात भर लापता छात्रा को ढूंढ़ा, जिसका कहीं पर भी पता नहीं चल सका और गुरुवार की सुबह घर से 200 मीटर दूरी पर ही छात्रा का शव मिल गया। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और पुलिस से ग्रामीणों का आमना-सामना भी हो गया। आखिर पुलिस व प्रशासन की समझाइश पर ग्रामीण मान गए और सवाई मानसिंह चिकित्सालय में पुलिस के उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर बालिका का अंतिम संस्कार करवा दिया। किसी धारधार हथियार के ताबड़-तोड़ वार से हत्या की बात सामने आई। वहीं पुलिस ने इस प्रकरण में पूरे गांव में सभी घरों की तलाशी शुरू कर दी,तो तलाशी के दौरान एक घर में खून के निशान व मृतक बालिका की कानों की बाली मिली। बस फिर पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए बालिका व शव को खुर्द-बुर्द करने के आरोप में मां व बाप को गिरफ्तार कर लिया।
पेन बनी हत्या की वजह
मृतक बालिका की हत्या की वजह एक पेन बना। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि मृतक बालिका बुधवार को परीक्षा देने गई थी। वहां पर बालिका ने पेन चुरा लिया था। इस बात पर दोनों छात्राओं में झगड़ा भी हुआ था। पर कक्षा की अन्य छात्राओं ने उस वक्त तो उनका मामला सुलटा दिया था, लेकिन परीक्षा के बाद मृतक उस छात्रा को उलाहना देने के लिए घर से शौच के बहाने उसके घर पर चली गई। दोनों ही छात्राएं घर पर अकेली थी। इस दौरान उनमें वापस झगड़ा हो गया और बालिका ने लोहे के सरियेनुमा रॉड से उस पर हमला कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस से बचने की लिए रची साजिश
इस दौरान उस बालिका ने उसके शव को घर के पिछवाड़े में डाल दिया और उसके शव को प्लास्टिक के कट्टे से ढक दिया।
पुलिस ने बताया कि बालिका वारदात के समय घर पर अकेली थी। उसका भाई भी घर पर नहीं था,वो परीक्षा देने व मां रामघनी नरेगा की मजदूरी करने व पिता किराने की दुकान पर गया था।
लाश को ठिकाने लगाने में परिजनों ने किया सहयोग
जब शाम के समय मां नरेगा के काम से घर पर लौटी तो घर पर पड़ी लाश के बारे में बेटी से जानकारी ली तो उसने सारा वाक्या मां को बता दिया। इस पर मां व बेटी ने प्लास्टिक के कट्टे में लाश को बंद करके पास तालाब में डाल दिया। वहीं शाम को बालिका नहीं मिली तो परिजनों व पुलिस ने उसकी तलाश की। इस दौरान परिजनों के साथ आरोपी बालिका का भाई भी उनके साथ था। वहीं घटना की रात्रि को आरोपी बालिका व उसकी मां पूरी रात सो नहीं सकी और बैचेन रही। पिता को भी इसकी सूचना दी गई। घर के सामने तालाब में बालिका का शव पड़े होने से दोनों ने उसके शव को कट्टे से बाहर निकलकर दूसरी जगह डाल दिया।