Jaipur News । राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराने के लिए 42 आईएएस और आरएएस अधिकारियों को ऑब्जर्वर नियुक्त किया हैं। ये पर्यवेक्षक ग्रामीण सरकार के चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग और रिटर्निंग अधिकारी के बीच में कड़ी का काम करेंगे और जिलों से जुड़ी सूचना राज्य चुनाव आयोग को भेजेंगे।
प्रदेश के 21 जिलों में 636 जिला परिषद सदस्यों और 4371 पंचायत समिति सदस्यों के लिए चुनाव होने हैं। नाम वापसी के बाद अब जिला परिषद सदस्यों के लिये 1778 और पंचायत समितियों के 12663 उम्मीदवार चुनाव मैदान में डटे हैं। इन 21 जिलों में 2 करोड़ 41 लाख 87 हजार 946 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। प्रथम चरण के लिए 23 नवंबर, द्वितीय चरण के लिए 27 नवंबर, तृतीय चरण के लिए 1 दिसंबर और चतुर्थ चरण के लिए 5 दिसंबर को प्रात: 7.30 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान करवाया जाएगा। सभी चरणों की मतगणना 8 दिसंबर को सुबह 9 बजे से संबंधित जिला मुख्यालयों पर होगी।
प्रथम एवं द्वितीय चरण के लिए रोहित गुप्ता को अजमेर, आरुषि अजय मलिक को बांसवाड़ा, ओम प्रकाश बुनकर को बाड़मेर, परमेश्वर लाल को भीलवाड़ा, नरेश कुमार ठकराल को बीकानेर, विष्णु चरण मलिक को बूंदी, जितेंद्र कुमार उपाध्याय को चित्तौडग़ढ़, अनु प्रेरणा सिंह कुंतल को चूरू, प्रज्ञा केवलरामानी को डूंगरपुर, ताराचंद मीणा को हनुमानगढ़, सोहनलाल शर्मा को जैसलमेर, आराधना सक्सेना को झालावाड़, पवन अरोड़ा को जालोर, विश्व मोहन शर्मा को झुंझुनूं, कन्हैयालाल स्वामी को नागौर, हरिमोहन मीणा को पाली, गनेंद्र भान चतुर्वेदी को प्रतापगढ़, राजेंद्र भट्ट को राजसमंद, शक्ति सिंह राठौड़ को सीकर, अर्चना सिंह को टोंक तथा कुंज बिहारी पांड्या को उदयपुर का जिम्मा दिया गया है।
जबकि, तृतीय एवं चतुर्थ चरण के लिए यज्ञ मित्र सिंह देव को अजमेर, कैलाश चंद वर्मा को बांसवाड़ा, राजेंद्र विजय को बाड़मेर, मुग्धा सिन्हा को भीलवाड़ा, नवीन जैन को बीकानेर, शुचि शर्मा को बूंदी, कृष्ण कांत पाठक को चित्तौडग़ढ़, राजेश शर्मा को चूरू, मोहनलाल यादव को डूंगरपुर, बाबूलाल मीणा को हनुमानगढ़, मुक्तानंद अग्रवाल को जैसलमेर, महावीर प्रसाद को झालावाड़, श्यामलाल गुर्जर को जालोर, ओमप्रकाश को झुंझुनूं, लक्ष्मण सिंह कुड़ी को नागौर, विजयपाल सिंह को पाली, राजेंद्र किशन को प्रतापगढ़, जोगाराम को राजसमंद, करण सिंह को सीकर, पी. रमेश को टोंक तथा उर्मिला राजोरिया को उदयपुर का पर्यवेक्षक बनाया गया है।