जयपुर
कोटा के सांसद ओम बिरला का नाम लोकसभा अध्यक्ष के लिए आगे किए जाने के बाद केन्द्र में राजस्थान का प्रतिनिधित्व बढ गया है। अब दिल्ली की सियासत में तीन मंत्रियों के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष भी राजस्थान से ही होगा। इससे पहले एनडीए की पिछली सरकार में राजस्थान से केन्द्रीय केबिनेट में किसी को जगह नहीं मिली थी। प्रदेश से लगातार 16वीं और 17वीं लोकसभा में भाजपा के खाते में 25 की 25 सीटें दी थी लेकिन इस बाहर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी लोकसभा में प्रदेश के मतदाताओं ने मोदी में विश्वास जताया। संभवत: उसी का नतीजा है कि लोकसभा अध्यक्ष का पद भी राजस्थान के खाते में आया है।
मोदी वन कार्यकाल में सरकार बनते ही राजस्थान से सिर्फ निहालचंद मेघवाल को राज्यमंत्री बनाया गया था, हालांकि बाद में केबिनेट विस्तार में अन्य सांसदों को भी जगह दी गई और प्रदेश के पांच सांसद मंत्री बन गए लेकिन इस बार शुरूआत में ही पीएम मोदी ने गजेन्द्र सिंह शेखावत को केबिनेट में शामिल किया साथ ही कैलाश चौधरी और अर्जुनराम मेघवाल को राज्यमंत्री बनाकर राजस्थान को प्रतिनिधित्व दिया। अब लोकसभा अध्यक्ष का पद भी राजस्थान को देकर संसद में राजस्थान का कद बढाया गया है।