जयपुर
प्रदेश में मंत्री परिषद के गठन की कवायद में पता चला है कि पहले दौर में केवल 14 कांग्रेस विधायकों को ही मंत्री बनाया जाएगा। कैबिनेट का गठन कांग्रेस हाईकमान की दखल के बिना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट की दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से चर्चा के बाद ही कैबिनेट का गठन किया जाएगा। दोनों खेमों में कुछ विधायकों को छोड़़कर अधिकांश पर गुटबाजी की छाप लग चुकी है, ऐसे में जातिगत, संभागवार सहित अनेक पहलुओं को देखते हुए किसे कैबिनेट में शामिल किया जाएगा।
डिप्टी सीएम बनने के बाद सचिवालय आए पायलट ने कहा कि मंत्रिपरिषद गठन की चर्चा चालू हो गई है। जल्द इसका निर्णय होगा। कैबिनेट को लेकर दिल्ली में राहुल गांधी या एआईसीसी से चर्चा करेंगे। जो जो इस पद के लिए उचित लोग है उन लोगों को मौका मिलेगा। युवाओं को तवज्जों के सवाल पर कहा कि मेरा मानना है कि अनुभव एवं नौजवानों का मिश्रण होना चाहिए। भागौलिक व सामाजिक दृष्टïी से जो भी मजबूत दावेदार है उन्हें मौका मिलेगा।
कौनसे विभाग आपकी पंसद के है सवाल पर कहा कि ये उनकी, मुख्यमंत्री और राहुल गांधी के बीच की बात है, जब भी निर्णय होगा बता देंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले ही कह चुके है कि हाईकमान से चर्चा करके कैबिनेट गठन जल्द किया जाएगा।