अब कभी भी खुल सकता है राजनीतिक व संगठनात्मक नियुक्तियों का पिटारा, गहलोत-माकन ने फाइनल किए नाम

जयपुर। पिछले लंबे समय से संगठनात्मक नियुक्तियों और शेष बची राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार कर रहे नेता और कार्यकर्ताओं का इंतजार अब खत्म होने वाला है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अजय माकन के बीच संगठनात्मक और राजनीतिक नियुक्तियों के नामों पर सहमति बनने के बाद अब कभी भी संगठनात्मक और राजनीतिक नियुक्तियों का पिटारा खुल सकता है।

8 अगस्त को जयपुर दौरे पर आए प्रदेश प्रभारी अजय माकन और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच देर रात मंत्रणा हुई थी जिसमें नामों को लेकर सहमति बन चुकी है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अजय माकन के बीच सहमति बनने पर अब 15 अगस्त के बाद 400 ब्लॉक अध्यक्ष और 400 पीसीसी मेंबर की घोषणा हो सकती है।

1 विधानसभा क्षेत्र से दो पीसीसी मेंबर बनाए जाने हैं, इसके अलावा कुछ पीसीसी मेंबर कोप्शन के जरिए भी बनाए जाएंगे। ब्लॉक अध्यक्ष और पीसीसी मेंबर की घोषणा के बाद एआईसीसी मेंबर और पार्टी के जिलाध्यक्षों की घोषणा भी होगी। इसके पश्चात प्रदेश कार्यकारिणी के विस्तार की सूची भी जारी होगी।

चर्चा है कि ब्लॉक अध्यक्ष और पीसीसी मेंबर की घोषणा के बाद शेष बची राजनीतिक नियुक्तियों की तीसरी सूची भी जारी हो होगी जिसमें आधा दर्जन बोर्ड निगमों के चेयरमैन, 15 यूआईटी चेयरमैन और 8 अकादमियों के अध्यक्षों की भी घोषणा होगी। इसके अलावा जिला और ब्लॉक लेवल पर भी राजनीतिक नियुक्तियां की जाएंगी।

 

लंबे समय से भंग है जिला और ब्लॉक लेवल का संगठन

साल जुलाई 2020 में सचिन पायलट कैंप की बगावत के बाद पार्टी आलाकमान की ओर से तमाम संगठन भंग करने के बाद से ही जिला ब्लाक और विभिन्न विभाग प्रकोष्ठ भंग पड़े हुए हैं। लगभग 2 साल से न तो विभाग और प्रकोष्ठ बनाए गए हैं और न ही 400 ब्लॉक अध्यक्ष की घोषणा की गई ।

हालांकि प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी 39 जिला अध्यक्षों में से केवल 14 ही जिलाध्यक्ष बना पाए थे उनमें से भी एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत के चलते चार जिला जिलाध्यक्षों ने अपने पद से इस्तीफा दे रखा है।