Udaipur News। शराब के शौकीनों को अब यह चिंता नहीं रहेगी कि कहीं उन्हें ठगा तो नहीं जा रहा है, क्योंकि अब आबकारी विभाग नई व्यवस्था लागू करने जा रहा है। अब एक बोतल भी बिकी तो उसका बिल कटेगा। राशन की दुकानों की तरह शराब की दुकानों पर भी पोस मशीन से शराब की बिक्री की प्रणाली लागू की जा रही है। शराब विक्रय के अनुज्ञापत्र धारकों को इसका प्रशिक्षण भी शुरू कर दिया गया है।
यह व्यवस्था सितंबर से शुरू हो जाएगी। अब हर बोतल और पव्वे पर बार कोड भी होगा। इससे ग्राहक मोबाइल से स्कैन करके यह पता लगा सकेंगे कि शराब कहां और कब बनी। साथ ही उसकी कीमत भी पता कर सकेंगे।
नकली शराब, कालाबाजारी एवं ओवर रेटिंग रोकने के लिए आबकारी नीति में राज्य सरकार ने लाइसेंसी दुकानों पर पीओएस मशीनें अनिवार्य कर दी है। शराब की बोतल पर बार कोड को पीओएस मशीन से स्कैन करते ही शराब की ब्रांड, मात्रा, गुणवत्ता आदि जानकारियां स्क्रीन पर होंगी। ऑनलाइन व्यवस्था के चलते इसका पूरा ब्योरा मुख्यालय पर भी रियल टाइम में प्रदर्शित होगा। इन मशीनों को लगाने के लिए ही कई शराब व बीयर कम्पनी ने अपनी मार्केटिंग शुरू कर दी। सम्भवतः यह ही इन दुकानों पर पोस मशीन लगवाएंगे।
उदयपुर जिले की 394 दुकानों पर इसके लिए कम्प्यूटर अथवा पोस मशीन रखना अनिवार्य कर दिया गया। यही नहीं हर दुकान पर होने वाली रियल टाइम बिक्री पर आबकारी विभाग निगरानी रखेगा। सभी दुकानें ऑनलाइन आबकारी मुख्यालय और जिलास्तर पर जुड़ी रहेंगी। सभी दुकानों को इसके दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अगले माह से शराब की दुकान से बिकने वाली हर चीज की बिक्री रिकॉर्ड में दर्ज होगी।
आयुक्त के जारी आदेश के अनुसार यह भी पता चलेगा कि किस दुकान के स्टॉक में कितना उपलब्ध रहा, यह आबकारी विभाग एक क्लिक में जान लेगा। पोस मशीन लगने के बाद आबकारी विभाग उन दुकानों का भी निरीक्षण करेगा कि कहां पर बिल जारी नहीं किए जा रहे, इनके खिलाफ कार्रवाई करने पर भी विचार होगा। विभागीय अधिकारियों की माने तो अब दुकानों पर होने वाली गड़बड़ी पर भी शिकंजा कसा जा सकेगा।
जिला आबकारी अधिकारी हेमेंद्र नागर ने बताया कि पोस मशीन के लिए सभी ठेकेदारों को निर्देशित कर दिया गया। विभाग हर दुकान की रियल टाइम निगरानी करेगा। शराब-बीयर मूल्य से अधिक नहीं बिकेगी।