जयपुर।
पिछले पांच बरसों में उपज का सही मूल्य ना मिलने के कारण जिन किसानों ने आत्महत्या की है, उनका सभी तरह का कर्ज माफ किया जाएगा अनुमान के मुताबिक गत पांच बरसों में करीब डेढ़ सौ किसानों ने आत्महत्या की है।अनुमान के मुताबिक गत पांच बरसों में करीब डेढ़ सौ किसानों ने आत्महत्या की है. इनमें 70 किसान अकेले हाड़ौती संभाग के हैं इसके लिए राज्य सरकार कर्जमाफी से पहले प्रदेश में आत्महत्या करने वाले किसानों के आंकड़े जुटाएगी।
सचिवालय में शुक्रवार को किसान कर्ज माफी की पात्रता, रूपरेखा और मापदंड तय करने के लिए अंतर विभागीय कमेटी की दूसरी बैठक हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का किसान मॉडल पूरी तरह छाया रहा बैठक में शामिल में 6 मंत्रियों ने कर्ज माफी की घोषणा को धरातल पर लाने पर गहन मंथन किया।
बैठक के बाद कमेटी के संयोजक यूडीएच मंत्री शांतिकुमार धारीवाल ने कहा कि मुख्य सचिव कलेक्टर्स से भूमि विकास बैंक और सहकारी बैंकों के उन लघु और सीमांत किसानों के आंकड़े मंगाएंगे, जिन्होंने इन बैंकों से 30 नवंबर 2018 तक फसली ऋण ले रखा है धारीवाल ने कहा कि कितने किसानों ने बैंकों से कर्ज़ लिया है और उनकी कर्ज की कितनी राशि है इसका पूरा ब्यौरा लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं मंत्री ने फिर दोहराया कि सभी लघु और सीमांत किसानों का दो लाख तक का फसली ऋण माफ होगा।
यूडीएच मंत्री ने कहा कि कर्ज माफी के लिए धन की व्यवस्था कर ली जाएगी वित्तीय संसाधन की चिंता नहीं करनी चाहिए सरकार 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने के लिए कृत संकल्पित है मध्य प्रदेश और पंजाब से ऋण माफी संबंधी मापदंडों का पूरा ब्यौरा आ गया है, लेकिन अन्य राज्यों से ब्यौरा आना बाकी है।