जयपुर/दौसा । दौसा जिले के सदर थाना इलाके में स्थित जिला उपकारागृह में बुधवार नाबालिग से दुष्कर्म और उसकी हत्या के आरोप में बंद एक बंदी ने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बंदी को फांसी से लटका देखकर पुलिस उसे तुरंत अस्पताल लेकर पहुंची। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह चौहान ने बताया कि 24 जनवरी को नाबालिग से दुष्कर्म और उसकी हत्या के आरोप में मदनलाल पुत्र किशनलाल गिरफ्तार था। उसे 3 दिन की पुलिस कस्टडी के बाद 27 जनवरी को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया था। इसके बाद से आरोपित दौसा जेल में बंद था। जहां बंदी मदनलाल सुबह नहाने के लिए जेल के बाथरूम में घुसा था। उसने रोशनदान से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं निकला तो साथी कैदी ने अंदर झांककर देखा। वहां मदनलाल फंदे पर लटका हुआ था। कैदियों ने तुरंत घटना की सूचना जेल प्रशासन को दी। इसके बाद कैदियों की मदद से बाथरूम को खोल कर मदनलाल का शव बाहर निकाला गया। सूचना मिलने पर एडीएम लोकेश मीणा सहित पुलिस के आलाधिकरी मौके पर पहुंच कर घटनाक्रम की जानकारी ली।
गौरतलब है कि मामला दौसा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र की पुन्या की ढाणी का था। जहां मृतक मदनलाल ने पड़ोस में रहने वाली नाबालिग को दो साल से अपने प्रेम जाल में फंसा रखा था। नाबालिग आरोपित से प्रेम नहीं करती थी। किसी दूसरे लड़के से अफेयर होने के शक में आरोपित ने 23 जनवरी को उससे ज्यादती कर उसकी हत्या कर दी थी।