जयपुर(आज़ाद नेब) कांग्रेस पार्टीं की नज़र में मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति नेतृत्व करने के लायक नहीं है। इस परिस्थिति मे मुस्लिम नेताओं के मुंह सील बंद है। नेताओं की गुलामी की चादर अब मुसलमानों के लिए कफ़न बन चुकी हैं।
अभी हाल ही में जयपुर, जोधपुर, कोटा नगर निगम के चुनावों में जयपुर से 35 मुस्लिम पार्षद जोधपुर से 36 मुस्लिम पार्षद कोटा से 23 मुस्लिम पार्षद चुनकर आए हैं। मुस्लिम समुदाय द्वारा कांग्रेस को बड़ी संख्या में पार्षद जीता कर भेजने के बावजूद भी 6 नगर निगमों में से 1 भी नगर निगम का महापौर नहीं बनाना मुसलमानों को केवल गुलाम बनाकर रखना दर्शाता है। कांग्रेस का मुस्लिम समुदाय से हुए इस मोह भंग आने वाले समय में मुसलमान इसका करारा जवाब देंगे।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व आरपीएससी के सदस्यों की नियुक्ति की गई जिसमें एक भी मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया कांग्रेस के इस दोगले व्यवहार से समाज में काफी रोष व्याप्त है। मुस्लिम युवाओं का कहना है कि समाज के साथ इस तरह का घोर अन्याय किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा आने वाले समय में इसका करारा जवाब देखकर कांग्रेस की आंखें खोलेंगे।
इन घटनाओं को लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर मुस्लिम प्रोगेसिव फोरम द्वारा धरना व विरोध प्रदर्शन किया गया है। प्रदर्शन करने वालों ने फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है। इस मसले को लेकर अभी तक किसी नेता का बयान नहीं आना उनकी गुलामी को दर्शाता है आने वाले समय में ऐसे नेताओं को मुस्लिम समाज सबक सिखाएगा।