जयपुर। जयपुर नगर निगम हैरिटेज मेयर की कार्यशैली से खफा कई संगठन एकजुट होते जा रहे है। वे ओबीसी मुस्लिम महिला को मेयर बनाने की आवाज बुलंद कर रहे है। इस संदर्भ में आज यहां विभिन्न संगठनों की संयुक्त समिति ज्वाइंट एक्शन फोरम के बैनर तले कई संगठनों के प्रतिनिधि मीडिया से रूबरू हुए।
इन्होंने पिंकसिटी प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नगर निगम हैरिटैज में फैल रहे असंतोष पर चिंता व्यक्त की है।
ज्वाइंट एक्शन फोरम के संस्थापक हाफिज़ मंजू़र अली खान ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि मौजूदा कांग्रेस सरकार का टाल मटोल का रवैया उसके लिए नित नई समस्याएं उत्पन्न कर रहा है।
निगम के गठन को डेढ वर्ष होने जा रहे है। लेकिन अभी तक समितियों का गठन नहीं हुआ। राज्य की छः निगमों के चुनाव में से चार में कांग्रेस का बोर्ड गठित हुआ था। इन चारों निगमों में कांग्रेस का बोर्ड बनाने में मुस्लिम समुदाय का बडा रोल रहा है। जयपुर हैरिटेज निगम में भी कांग्रेस के 47 में से 21 पार्षद मुस्लिम है व 11 निर्दलीय पाषर्दाे में भी 9 मुस्लिम है।
लेकिन ऐसा महसूस होता है कि कांग्रेस सरकार अल्पसंख्यकों को राजनैतिक साझेदारी नहीं देना चाहती है। केवल उनका वोट चाहती है, मेयर चुनाव के समय भी सरकार ने मुस्लिमों को नजरअन्दाज किया, जिसका विरोध उस समय मुस्लिम समाज ने खुलकर किया था।
हाफिज मंजूर ने कहा कि सरकार ने उस समय पार्षदों को कमेटियों में समायोजित करने का आश्वासन देकर ठंडा कर दिया था। लेकिन अब तक समितियों का गठन नहीं हुआ। जिसकी वजह से मुस्लिम पार्षद दुबारा लामबन्द हो रहे है। ऐसे में हमारी मांग है कि सरकार मुस्लिम मेयर बनाकर इस असंतोष को समाप्त करें।
मीडिया से रूबरू होते हुए ऑल इण्डिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस के डाॅ गुलाम कुतुब चिश्ती ने कहा कि राज्य सरकार के गठन को साढे तीन साल होने जा रहे है, लेकिन बोर्ड, निगम और अकादमियों का गठन भी नही हो रहा है। उससे भी अल्पसंख्यक समुदाय में असंतोष है। अतः इनका गठन भी शीघ्र किया जाए।
वहीं मेघवाल महासभा के अध्यक्ष डाॅ इन्द्रराज सिंह एवं अम्बेडकर राइट पार्टी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ दशरथ कुमार ने कहा कि निगम के मसले पर अगर सरकार ने ध्यान नही दिया तो कहीं गोवा, मणिपुर की पुनरावृत्ति जयपुर में भी नही हो जाए। ऑल इंडिया तंजीमे मिल्लत के जयपुर आर्गेनाइजर वकार अहमद ने भी नगर निगम हैरिटेज की मेयर की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताते हुए मुनेश गुर्जर को पद से हटाकर ओबीसी मुस्लिम महिला को मेयर बनाने की हिमायत की।