मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सचिन पायलट से अभी भी डरे हुए है – अरूण सिह

Dr. CHETAN THATHERA
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Jaipur News। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं राजस्थान के प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंत्रिमंडल का विस्तार इसलिए लगातार टाल रहे हैं क्योंकि उन्हें सचिन पायलट गुट के दबाव का डर है और इनके अंदरूनी झगड़ों के कारण राजस्थान की जनता सफर कर रही है और मुख्यमंत्री गहलोत टुकड़ों टुकड़ों में करके चुनाव करवा कर चुनाव के माध्यम से राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्था को लचर स्थिति में ला दिया है ।

भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए यह बात कही उन्होने कहा कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी हो या कांग्रेस के अन्य नेता, सभी किसानों को गुमराह कर रहे हैं। कांग्रेस का किसान आंदोलन को सीधा-सीधा समर्थन है। कांग्रेस का सदैव ही ये दोगला चरित्र रहा है और कभी किसी बात को कहना फिर उसी बात से यू-टर्न करना, सदैव कांग्रेस का विरोधाभास रहा है।

07 मई को राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैण्डल से लिखा कि मोदी जी बताइये कि लॉकडाउन कब हटायेंगे और उसी समय कांग्रेस की सरकार 30 मई को पंजाब के मुख्यमंत्री लॉकडाउन की सीमा बढ़ा रहे हैं।

07 अप्रैल को राजस्थान के मुख्यमंत्री बोलते हैं कि लॉकडाउन को नहीं हटायेंगे। 29 अप्रैल को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कहते हैं कि और अधिक समय तक एक्सटेंड कर रहे हंै। सिंह ने कहा कि मैं पूछना चाहूंगा कि 07 अप्रैल को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ये कह रहे थे कि लॉकडाउन का समय और बढ़ा रहे हैं, जरूरत है। उसी समय राहुल गांधी, पीएम मोदी से ये पूछते हैं कि इसको कब हटायेंगे। इस प्रकार का आपस में विरोधाभास कांग्रेस पार्टी के अन्तर्गत है।

कांग्रेस ने ही कहा था कि एपीएमसी एक्ट में बदलाव करो

सिंह ने कहा कि किसानों को ही ले लें। ध्यान होगा कि 2007 में कृषि मंत्री शरद पंवार थे, जो कांग्रेस के गठबंधन के पार्टनर है। उन्होने 2007 में पत्र लिखकर कहा था कि एपीएमसी एक्ट में बदलाव करो, 2003 की स्थिति को, एपीएमसी को फ्री छोड़ो। 2019 में कांग्रेस के घोषणा पत्र में लिखा हुआ है कि कांग्रेस के शासन में, सत्ता में आने पर हम एपीएमसी को समाप्त करेंगे और फ्री मार्केट छोड़ेंगे और उसके बाद मोदी किसानों की आय दोगुना करने का एक संकल्प लेकर के आगे बढ़ते हैं, तीन कानून ले आते हैं, उसके बाद उसका विरोध करना। उनके कैप्टन अमरिन्दर, उनके मुख्यमंत्री ने 27 जुलाई, 2016 को रिटेल बिजनेस के लिए रिटेल में एग्रीकल्चर को बढ़ावा देने के लिए प्राईवेट कम्पनियों को आमंत्रित करने के बारे में लिखा। जब मोदी इसे ले आते हैं कि किसानों की आमदनी बढ़े तो राहुल गांधी उसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तो किसानों को गरीब रखा, किसानों के लिए कुछ नहीं किया, एक बार केवल कर्जामाफी करके बार-बार उसका ढिंढोरा पीटना या 72 हजार करोड़ रुपये हर वर्ष किसानों को पीएम किसान के अन्तर्गत उनको लाभ मिल रहा है इसके अलावा अनेक-अनेक योजनाओं से किसानों की आमदनी दोगुना करने का मोदी प्रयास कर रहे है। तीन कानून ले आकर के उनकी आमदनी दोगुना हो ये सुनिश्चित कर रहे हैं। कांग्रेस इस पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर खुद को कन्फ्यूज्ड पार्टी साबित कर रही है। जब नेतृत्व कन्फ्यूज होता है, कांग्रेस का नेतृत्व कन्फ्यूज है, यू-टर्न लेने वाला, मिस लीडिंग है तो प्रदेश का नेतृत्व करने वाला व्यक्ति चाहे मुख्यमंत्री गहलोत जी हो, चाहे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हो, वो तो कन्फ्यूज रहेंगे ही रहेंगे ये मानकर चलिएगा।

 

गहलोत पर बरसे

सिंह ने कहा कि लोग अब विश्वास खो चुके हैं और यही कारण है कि जहां भी उपचुनाव हो रहे हैं वहां भाजपा को सफलता मिल रही है। राजस्थान के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां के नेतृत्व एवं उनकी टीम को बधाई देता हूं कि 21 जिला परिषद के चुनावों में से 14 पर भाजपा ने विजय हासिल की और कांग्रेस 5 पर ही सिमट गई। सिंह ने कहा कि गहलोत सरकार की जनविरोधी नीतियों से जनता में हाहाकार है। आज प्रदेश की जनता भाजपा के पक्ष में खड़ी हुई है, भाजपा प्रदेश में पूरी तरह मजबूत है, अगर आज विधानसभा के चुनाव हो जायें तो प्रदेश में तीन-चौथाई बहुमत के साथ भाजपा सरकार बनायेगी, ऐसा विश्वास है। सिंह ने कहा कि देश में सबसे अधिक डीजल-पेट्रोल पर वैट राजस्थान में है, जिससे प्रदेश की जनता हाहाकार कर रही है। महिला अपराधों के मामले में राजस्थान नम्बर वन पर है और तो और जो ट्रांपरेंसी इंडेक्स का सर्वे होता है उसमें भ्रष्टाचार के मामले में राजस्थान नम्बर वन पर है, ऐसी स्थिति आपने दो सालों में कर दी।

 

 

सिंह ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री गहलोत मंत्रिमण्डल का विस्तार टालना चाहते हैं, ताकि सचिन पायलट वाला ग्रुप दबाव नहीं बना पाये। वो दूसरे ग्रुप को बाद में एडजस्ट करेंगे, लेकिन ये तो आपकी समस्या है, आपकी पार्टी की समस्या है, आपके अन्दरूनी झगड़े का मामला है। आखिर राजस्थान की जनता का क्या कसूर है कि आप लगातार टुकड़ों में चुनाव करवा रहे हो और टुकड़ों में चुनाव के माध्यम से राजस्थान के एडमिनिस्टे्रशन में काफी लचर व्यवस्था आ गई है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम