
जयपुर । (सत्य पारीक) पिछले दिनो भाजपा हाईकमान और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच चली प्रदेश अध्यक्ष को नियुक्ति की राजनीतिक जंग का पटाक्षेप होना शुरू हो गया है । जिसका पहला झटका मुख्यमंत्री को मोदी सरकार ने उनके भेजे प्रस्ताव को ठुकरा कर किया है , मुख्यमंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव नरेश चंद्र गोयल को तीन महीने का पहला एक्सटेंशन देने का प्रस्ताव भेजा था जिसे केंद्र ने इंकार कर के किया है । सूत्रों का कहना है कि ऐसा कोई कारण नहीं है जिसके कारण किसी राज्य के मुख्यसचिव को दो एक्सटेंशन तीन-तीन माह के देने के लिए इंकार किया जाए ।
मगर केंद्र सरकार के विभाग ने राज्य सरकार के अनुमोदित प्रस्ताव को ठुकरा कर यह साबित कर दिया की केंद्र कि मोदी सरकार और राज्य की वसुंधरा सरकार के बीच संबंध सामान्य नहीं है वरना मुख्य सचिव को एक्सटेंशन नहीं देने का कोई सवाल ही नहीं उठता , मुख्य सचिव को तीन महीने का एक्स्टेंशन का प्रस्ताव अस्वीकार कर के प्रधानमंत्री मोदी ने अपना विरोध मुख्यमंत्री के प्रति प्रकट कर दिया है जिसका आगे चलकर क्या हस्र होगा इसके बारे में सोचा जा सकता है।