मंत्री रमेश मीणा ने अपनी सरकार पर उठाए सवाल किया कटघरे में खड़ा क्या देखें वीडियों

Dr. CHETAN THATHERA
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जयपुर। पंचायत राज मंत्री रमेश मीणा और बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा एक बार फिर आमने-सामने हैं। इस बार पंचायत राज मंत्री रमेश मीणा ने किरोड़ी मीणा को असामाजिक तत्व बताते हुए अपनी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।

मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि सरकार और प्रशासन को बार-बार चैलेंज करने वाले किरोड़ी मीणा पर इतनी मेहरबानी क्यों है। रमेश मीणा ने कहा कि किरोड़ी मीणा पर 5 से ज्यादा मामलों में गंभीर मुकदमे दर्ज हैं जिनकी रिपोर्ट भी हो चुकी है फिर सरकार की ऐसी क्या मजबूरी है कि किरोड़ी मीणा को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।

 रमेश मीणा ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किरोड़ी मीणा दबंगई दिखाने और मीडिया में खबर छपवाने के लिए इस तरह की हरकतें करते रहते हैं।

 मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि किरोड़ी मीणा दावा किया था कि 2 लाख लोग जयपुर कूच करेंगे लेकिन शाम होते-होते 15 हज़ार लोग ही रह गए और उन्हें मालूम था कि शाम को लोग भाग जाएंगे इसलिए प्रशासन से मैच फिक्सिंग करके आंदोलन वापस ले लिया।

 

बीजेपी सरकार में क्यों नहीं बोले किरोड़ी मीणा

मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि ईस्टर्न कैनाल परियोजना की डीपीआर पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के समय साल 2017 में बनी थी, उस वक्त भ क्या क्या नियम जोड़े जा रहे थे, किरोड़ी मीणा उस वक्त क्यों नहीं बोले।

क्या वह उस वक्त सो रहे थे। रमेश मीणा ने कहा कि इनका विकास से कोई लेना देना नहीं है आज तक उन्होंने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे जनता को फायदा पहुंचा इनको तो केवल दबंगई दिखानी होती है।

यह लोग केवल लाशों की राजनीति करते हैं और अपनी दबंगई दिखाकर अधिकारियों को भी डराने का काम करते है।मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि हम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार से मांग करते हैं कि प्रशासन और सरकार को बार-बार चैलेंज करने वाले ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाए लेकिन हम भी सोचने को मजबूर है कि आखिर सरकार की क्या मजबूरी है जो गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।

सरपंचों की सभी मांगों का निस्तारण

 सरपंचों के एक धड़े की ओर से 24 अगस्त को प्रस्तावित आंदोलन को लेकर मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि सरपंच से जुड़ी कोई मांग पेन्डिंग नहीं बची है उनकी जो समस्याएं थी सब का निस्तारण कर दिया गया है लेकिन जो लोग आंदोलन की बात कर रहे हैं।ये वो यह लोग जिन्हें राजनीति करनी है या एमएलए बनना है। वो अपनी राजनीति करते रहे लोकतंत्र में धरना देने का अधिकार सभी को है धरने होते रहने चाहिए।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम