Jaipur News।प्रदेश के अलवर ईएसआई हॉस्पिटल (Alwar ESI Hospital) में संविदा (contracts) पर नर्सिंग कर्मी (nursing personnel) की भर्ती के मामले में अभ्यर्थियों से रिश्वत देकर भर्ती करने के मामले का खुलासा करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आज एजेंसी के मालिक सहित तीन जनों को गिरफ्तार कर 20 20 लाख से अधिक की रिश्वत राशि बरामद की है प्रारंभिक जांच में भाजपा के एक सांसद का पी ए भी शक घेरे में है भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मामले की जांच पड़ताल कर रही है ।
ईएसआई हॉस्पिटल अलवर मैं मेडिकल कॉलेज खुलने पर गहलोत सरकार ने संविदा पर भर्ती करने का ठेका अनुबंध गुजरात की एमजे सोलंकी कंपनी को दिया था इस अनुबंध यह था कि कंपनी सरकार की ओर से तय किया गया की भर्ती में कार्मिकों की नौकरी का 2% कंपनी को मिलेगा लेकिन कंपनी सीधे रुपए लेकर ही बोर्ड के माध्यम से भर्ती करने लगी थी इसके लिए बोर्ड का गठन किया गया था।
इस संदर्भ में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को कुछ शिकायतें मिली कि कंपनी द्वारा संविदा पर भर्ती होने वाले अभ्यर्थियों से पद और मोटी राशि रिश्वत वसूली जा रही है इस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय ने ब्यूरोअतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया और अलवर भेजा इस टीम ने अलवर में 3 दिन रह कर गुप्त रूप से जांच पड़ताल की जिसमें पता चला कि कंपनी के कर्मचारी एमआईए के एक होटल में रुक कर भर्ती प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं कल शाम को कंपनी का एक मालिक मंजिल पटेल अलवर आया और शाम को चला गया ।
इधर अलवर में रुकी ब्यूरो टीम ने एमआईए में मत्स्य अरावली होटल में इस कंपनी के सुपरवाइजर जोधपुर निवासी भरत पूनिया को पकड़ा और उसके पास है 4.50 लाख रुपए बरामद किए । भरत सिंह ने प्रारंभिक पूछताछ में उक्त राशि के बारे में अहम सुराग दिए ।
भरत सिंह के इस सुराग पर एसीबी अजमेर की टीम ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो सतनाम सिंह के नेतृत्व में किशनगढ़ के पास अलवर से जोधपुर जा रहे हैं गांधीनगर गुजरात निवासी कंपनी के मालिक मंजल पटेल व चालक नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर उनकी कार से 15 लाख रुपए की नकदी बरामद की कार को जप्त कर लिया तथा मंजल पटेल और नरेंद्र सिंह को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अलवर की टीम को सुपुर्द कर दिया जिनसे पूछताछ की जा रही है ।।
सूत्रों के अनुसार जोधपुर एम्स से भी कुछ नर्सिंग कर्मियों को हिरासत में लिया गया है और कंपनी के साझेदार मनीष भाई को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है विश्व सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि इस घुस कांड में अलवर सांसद बालक नाथ के पी कुलदीप सिंह यादव की कॉल रिकॉर्डिंग भी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पास है जिसमें पिए कुलदीप सिंह ने ₹5 लाख की आरोपियों से मांग की। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रहा था और खबर लिखे जाने तक जांच कार्यवाही जारी होने से विस्तृत रिपोर्ट नहीं मिल पाई।