Jaipur News। राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को शून्यकाल शुरू होते ही जोरदार हंगामा हो गया। भारतीय जनता पार्टी के विधायक कोटा में आरएसएस कार्यकर्ता हमले को लेकर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग कर रहे थे, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने मांग को खारिज कर दिया। इस पर असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने नाराजगी जताते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
भाजपा विधायक नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ और वासुदेव देवनानी के नेतृत्व में वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। हंगामे को बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायकों को अपने चैंबर में आकर इस मुद्दे पर बात करने का प्रस्ताव दिया, लेकिन भाजपा विधायक स्थगन प्रस्ताव पर अड़े रहे।
हंगामा बढता देख इस पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। आधे घंटे बाद जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरु हुई, लेकिन भाजपा विधायक में वेल बैठकर नारेबाजी करते रहे। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही डेढ बजे तक के लिए के लिए स्थगित कर दी।
कोटा में आरएसएस कार्यकर्ता पर हमले को लेकर गुरुवार को भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने सदन में स्थगन प्रस्ताव रखा था, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने स्थगन प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी। इस पर सदन में विवाद हो गया और नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने आपत्ति जताई।
हालांकि अध्यक्ष जोशी ने इस मामले में चैंबर आकर बात करने का प्रस्ताव रखा लेकिन भाजपा विधायक सदन में ही अपनी बात कहने पर अड़े रहे।
मामला बढ़ता गया और भाजपा विधायक नारेबाजी और हंगामा करते हुए वेल में आ गए। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष ने नियम 295 के तहत विशेष उल्लेख के मामले उठाने के लिए अनुमति दे दी। इस पर भाजपा विधायक और भड़क गए नारेबाजी को तेज कर दिया। इस पर अध्यक्ष नाराज हो गए और उन्होंने किसी भी टिप्पणी को अंकित करने से मना कर दिया।
उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के निर्णय को चैलेंज नहीं किया जा सकता। चैंबर में आकर बात करें। इस पर भी भाजपा सदस्य शांत नहीं हुए और हंगामा करने लगे। अध्यक्ष जोशी ने कहा कि मामले की गंभीरता को समझते हुए मैंने नेता प्रतिपक्ष कटारिया को बोलने की अनुमति दी थी। उनके पास मौका था। वह संबंधित मुद्दे को भी रख सकते थे लेकिन आपने वह मौका गवां दिया। इस बीच उप नेता प्रतिपक्ष राठौड़ जोर जोर से बोलने लगे तो अध्यक्ष जोशी ने फटकार लगाते हुए कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है, आप लोगों में कंपीटीशन है कि कौन लॉयल है। मैं डिक्टेट नहीं करने दूंगा।
आपको परंपरा तोड़ने का कोई अधिकार नहीं है। आप मुझे इंपोज करना चाहते हैं यह नहीं होगा। मुझे अपनी कार्रवाई करने दें। अध्यक्षीय व्यवस्था पर चैलेंज नहीं होगा। आप सभी चैंबर में आकर बात करें। इस पर भी भाजपा सदस्य शांत नहीं हुए और हंगामा-नारेबाजी करते हुए वेल में बैठ गए। हंगामा नहीं रुका तो 12:22 बजे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने सदन की कार्रवाई आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी। आधे घंटे बाद जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरु हुई तब भी भाजपा सदस्य वैल में बैठे रहे और नारेबाजी करते हुए तब अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही डेढ बजे तक के लिए के लिए स्थगित कर दी।